'कलम से सामाजिक परिवर्तन लाएं पत्रकार'
जागरण संवाददाता, खेकड़ा : समाचार पत्र और पत्रकार समाज का आइना होता है। समाज के प्रति उसके दायित्व बहु
जागरण संवाददाता, खेकड़ा : समाचार पत्र और पत्रकार समाज का आइना होता है। समाज के प्रति उसके दायित्व बहुत अहम और व्यापक होते हैं। उसकी लेखनी लोगों को रास्ता दिखाती है। इसलिए उसका चरित्र, स्वभाव और नैतिक आचरण अधिकाधिक निर्मल होना चाहिए। यह बातें जैन मुनि आचार्य ज्ञान सागर महाराज ने गुरुवार को नगर के दिगंबर जैन बतुड़ा मंदिर में जैन समाज की ओर से आयोजित पत्रकार सम्मेलन में कहीं।
जैन मुनि आचार्य ज्ञान सागर ने कहा, पत्रकार की कलम में वो ताकत है, जो समाज को सही दिशा दे सकती है। वह समाज को तोड़ भी सकती है और एक सूत्र में बांध भी सकती है। उन्होंने रचनात्मक व सकारात्मक शैली में अपनी कलम चलाने का आह्वान किया। 'भारतीय संस्कृति पर पत्रकार की भूमिका' विषय पर आधारित सम्मेलन में पत्रकारों ने भी अपने तर्क संगत विचार रखे। 'दैनिक जागरण' के जिला प्रभारी रामानुज ने अपने संबोधन में कहा, भारतीय संस्कृति के संरक्षण में कलम की अहम भूमिका है। भारतीय संस्कृति सनातन है, अमिट है, आज तक जितने भी आक्रांता देश में आए ,भारतीय संस्कृति को मिटाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वह इसमें नाकाम रहे। यही नहीं वे स्वयं ही भारतीय संस्कृति में समाहित हो गए। इसके अलावा अन्य समाचार पत्रों के प्रतिनिधियों ने भी बेबाकी से अपनी बात रखी। इसके बाद आचार्य ज्ञान सागर महाराज ने पत्रकारों को आशीर्वाद और सीख देते हुए कहा, समाज में बदलाव लाने में पत्रकारों की अहम भूमिका है। वे सकारात्मक व रचनात्मक कलम चलाएं, देश व समाज का उत्थान होगा। सम्मेलन में जनपद के अनेक पत्रकारों ने भाग लिया।
सम्मेलन की अध्यक्षता योगेंद्र जैन व संचालन दिनेश जैन ने किया। इससे पूर्व जैन मुनि ने दिगम्बर जैन बड़ा मंदिर में आचार्य सुमति सागर संत निवास व एक आहारशाला का शिलान्यास किया। शिलान्यास महेश चंद जैन ने महाराज श्री के सानिध्य में किया। इस अवसर पर ओमप्रकाश, मुनील, योगेश, अरुण, संजय, अजित, नवीन आदि जैन समाज के अनेक पदाधिकारी व लोग मौजूद रहे।