किसानों के तेवर देख अफसरों के छूटे पसीने
बड़ौत : भाकियू के चक्का जाम को लेकर पुलिस-प्रशासन के पसीने छूटे हुए थे। कई जाम लगे जाम को खुलवाने को लेकर अधिकारी दिनभर भाकियू कार्यकर्ताओं की मान-मनौव्वल भी करते नजर आए। सुरक्षा के मद्देनजर जगह-जगह पुलिस बल तैनात किया गया था।
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत के आह्वान पर गुरुवार को प्रदेश व्यापी चक्का जाम किया गया। हालांकि बड़ौत क्षेत्र में चक्का जाम का मिला-जुला असर रहा। बड़ौत में यातायात कुछ जगहों पर सुचारू रहा तो देहात क्षेत्रों में पूर्ण रूप से जाम रहा। किसानों की भारी भीड़ की सूचना पर पुलिस-प्रशासन सुबह से ही सतर्क रहा। दिन निकलते ही जाम लगाने वाले स्थानों पर पुलिस बल तैनात कर दिया था।
बड़ौत में जब कार्यकर्ता जाम लगाने लगे तो पुलिस ने बल प्रयोग करने का भी प्रयास किया, लेकिन एक न चली और कार्यकर्ता जाम लगाकर बैठ गए। लोगों की मुसीबत से बचाने के लिए पूरे दिन एसडीएम राजेंद्र सिंह, बड़ौत सीओ सीपी सिंह व रमाला सीओ राहुल मिठास समेत अन्य पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी दिनभर कार्यकर्ताओं को जाम खोलने का अनुरोध करते रहे, लेकिन कार्यकर्ता टस से मस नहीं हुए।
सुरक्षा के मद्देनजर जाम स्थलों पर भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया था। अफसरों को भय था कि कहीं कार्यकर्ता वाहनों में तोड़फोड़ न कर दे, इसलिए कार्यकर्ताओं की मान-मनौव्वल की जाती रही। विशेषकर, नेतृत्व करने वालों को अपनी बातों में फंसाने का प्रयास किया गया।
इन्होंने कहा..
बड़ौत में चक्का जाम के कारण लोगों को कुछ खास परेशानी नहीं होने दी गई। दो घंटे बाद जाम खुलवा दिया गया।
राजेंद्र सिंह, एसडीएम-बड़ौत
रमाला में कार्यकर्ताओं ने थोड़ी देर के लिए ट्रेन रोकी थी, लेकिन बाद में कार्यकर्ताओं को ट्रैक से हटा दिया गया।
राहुल मिठास, सीओ-रमाला
बड़ौत क्षेत्र में कहीं कोई परेशानी की बात नहीं रही। चक्का जाम का असर कुछ खास नहीं होने दिया गया।
सीपी सिंह, सीओ-बड़ौत।