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श्रावण माह में रुद्राभिषेक से होती है मोक्ष की प्राप्ति

By Edited By: Published: Wed, 30 Jul 2014 10:50 PM (IST)Updated: Wed, 30 Jul 2014 10:50 PM (IST)
श्रावण माह में रुद्राभिषेक से होती है मोक्ष की प्राप्ति

श्रद्धालुओं को बताए काल सर्प दोष के निवारण के उपाय

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संवाद सहयोगी, बागपत : नगर के बाबा जानकी दास मंदिर में बुधवार को श्रद्धालुओं को कालसर्प दोष के निवारण के उपाय बताए गए।

कार्यक्रम में ज्योतिषाचार्य पंडित राजकुमार शास्त्री ने बताया कि श्रावण माह में रुद्राभिषेक करने से मनुष्यों को धर्म, अर्थ और मोक्ष की प्राप्ति होती है। भगवान भोलेनाथ का रुद्राभिषेक अलग-अलग वस्तुओं से करने से भिन्न-भिन्न फल प्राप्त होते हैं। इस माह में दूध से भगवान का अभिषेक करने से वंश में वृद्धि होती है। जो लोग संतान से वंचित हैं, उन्हें दूध से अभिषेक करने पर अति शीघ्र संतान प्राप्ति होगी। लक्ष्मी प्राप्ति और स्थिरता के लिए गन्ने के रस या शहद से भगवान उमाशंकर का अभिषेक करना चाहिए। उन्होंने बताया कि यह समय कालसर्प दोष के निवारण के लिए सबसे उत्तम है। इस मौके पर राकेश गुप्ता, रविंद्र शर्मा, निखिल, शालू, सविता, आलोक, सुरेश और सुरेंद्र आदि मौजूद थे।

ऐसे होता है कालसर्प दोष

ज्योतिषाचार्य पंडित राजकुमार शास्त्री ने बताया कि राहु और केतु के मध्य जब सात ग्रह आ जाते हैं तो काल सर्प दोष बनता है। यह दोष कार्यो में बाधा पहुंचाता है। मंजिल तक पहुंचने के बाद भी कार्य पूरा नहीं होता है। इसके अलावा यह दोष कर्म, संतान, विद्या और धन में भी बाधक बनता है।


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