पुरानी रंजिश में संघर्ष, दो घायल
खेकड़ा : थाना क्षेत्र के घिटौरा गांव में पुरानी रंजिश को लेकर दो पक्षों में जमकर फायरिंग व धारदार हथियार चले। संघर्ष में एक युवक को गोली लगी तो दूसरा धारदार हथियार लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया। घायलों को सीएचसी पहुंचाया गया, जहां चिकित्सक के मौजूद न होने पर परिजनों ने हंगामा किया। इसके बाद पुलिस के हस्तक्षेप से मामला निपटा और घायलों को दिल्ली रेफर किया गया। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
घिटौरा गांव निवासी रमेश व धीरज पुत्रगण दुर्जन व संदीप उर्फ संजू पुत्र जयदयाल के बीच पंचायत चुनाव को लेकर पिछले दस साल से रंजिश चली आ रही है। बताया जाता है कि रंजिश के चलते जून 2004 में पूर्व प्रधान जयदयाल की हत्या कर दी गई थी। रविवार को एक बार फिर रंजिश ने अपना रंग दिखा दिया और सुबह हुई फायरिंग व धारदार हथियार में दोनों पक्षों से दो लोग घायल हो गए। एक पक्ष से घायल रमेश के भाई धीरज ने थाने में दी तहरीर में बताया, उसका भाई स्कूटर से लोनी घर का सामान लेने जा रहा था। जैसे ही वह खुशीराम की ट्यूबवेल के पास पहुंचा तो संजू ने उस पर फायरिंग कर हमला कर दिया, जिसमें उसे चार गोली लगी। सीने व हाथ में गोली लगने से वह गंभीर घायल हो गया। परिजन मौके पर पहुंचे और घायल को लेकर थाने पहुंचे। सूचना पाकर प्रभारी निरीक्षक मय फोर्स के गांव में पहुंचे और घटना की जानकारी ली। घायल के भाई धीरज ने संदीप उर्फ संजू समेत दो के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। उधर, दूसरे पक्ष से घायल संजू ने दी तहरीर में बताया, रविवार सुबह वह अपने खेत स्थित नलकूप पर बैठा हुआ था। उसी समय तीन लोग आए और उस पर धारदार हथियार से हमलाकर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। आरोप लगाया कि आरोपी उसकी गोली मारकर हत्या करना चाहते थे, लेकिन फायरिंग करते समय गोली उन्हीं को उल्टी लग गई। पीड़ित ने रमेश, राजेश व धर्म पुत्रगण दुर्जन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। प्रभारी निरीक्षक बीआरएस पुंडीर ने बताया, मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
रटौल चौकी पर परिजनों ने किया हंगामा
खेकड़ा : गोली लगने की घटना के बाद परिजनों ने रटौल पुलिस चौकी पहुंचे तो वहां सिर्फ एक कांस्टेबल मिला। आरोप है कि कांस्टेबल ने उनके साथ अभद्रता की। इस पर परिजनों ने हंगामा किया। इसके बाद वे थाने पहुंचे और सिपाही की भी शिकायत की। इस बाबत प्रभारी निरीक्षक का कहना है पूरा फोर्स थाने बुलाया गया था, जिसकी वजह से वहां पर केवल एक कांस्टेबल रह गया था।
चिकित्सक के न मिलने पर हंगामा
पुलिस ने दोनों घायलों को सीएचसी भेज दिया। आरोप है कि वहां कोई चिकित्सक नहीं था, जिससे क्षुब्ध होकर घायल के परिजनों ने अस्पताल में ही हंगामा काटा। सूचना पाकर पुलिस अस्पताल पहुंची और फोन कर चिकित्सक को बुलाया। इसके बाद ही घायलों को दिल्ली रेफर किया गया। सीएचसी अधीक्षक डा. अमर सिंह गुंजियाल ने बताया, रविवार को इमरजेंसी में डा. श्रवण की ड्यूटी थी, देरी से आने के कारणों की जांच कराई जाएगी।