आरबीआइ के नाम पर फर्जीवाड़े का फैला जाल
विवेक राव, मेरठ :
सावधान! आपको करोड़पति बनाने का सपना दिखाकर कंगाल बनाने के फिराक में फर्जीवाड़े का पूरा जाल फैला हुआ है। जो आप से महज पंद्रह हजार रुपये लेकर पांच करोड़ रुपये की भारी भरकम राशि दिलाने का झांसा दे रहा है। लोगों को गुमराह करके सब्जबाग दिखाने वाले लोग इतने शातिर हैं कि वह अपने फर्जीवाड़े को सही दिखाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक का लोगो, नाम और आरबीआइ गर्वनर का नाम व फोटो का प्रयोग कर रहे हैं। जिससे लोग भ्रमित होकर उनके झांसे में फंस जाए।
वेस्टर्न कचहरी रोड पर रहने वाले शरद भटनागर व माधवपुरम सेक्टर-1 के अरुण पाल के पास पिछले कुछ दिनों के भीतर कई मेल आरबीआइ के नाम पर भेजे गए हैं। मेल के लेटर में आरबीआइ के गर्वनर रघुराम राजन के नाम और फोटो का इस्तेमाल है। दूसरा फोटो अनिला एस कुमारी जिसे ट्रांसफर मैनेजर बताया गया है, और तीसरा फोटो ब्रिटिश एजेंट पास्चर जान लॉरी का है। ईमेल भेजने वाले ने आरबीआइ के लेटर पर कहा है कि आरबीआइ के फॉरेन एक्सचेंज ट्रांसफर डिपार्टमेंट से पांच सौ हजार पाउंड की राशि लॉटरी में निकली है, जिसे वह संबधित व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर करना चाहते हैं। जिसके लिए उसने फंड का पैसा ट्रांसफर करने के लिए ईमेल भेजने वाले से पूरा नाम, पता, मोबाइल नंबर, व्यवसाय, खाता नंबर, ब्रांच नाम आदि जानकारी मांगी है। पांच करोड़ रुपये से अधिक की राशि खाते में ट्रांसफर करने के लिए पंद्रह हजार 365 रुपये टैक्स की राशि दो तीन दिन के भीतर भेजने के लिए कहा है। ईमेल का हवाला देते हुए शरद ने बताया कि मेल भेजने वाले ने उन्हें गुमराह करने के लिए उनके नाम से 12 हजार 500 पौंड ब्रिटिश हाई कमीशन नई दिल्ली के नाम जारी करने का दावा भी किया है।
चेक का फारमेट भी सामने
आरबीआइ का लोगो, फोटो, दिल्ली का पता, गर्वनर का नाम उपयोग कर लोगों को गुमराह और फंसाने वाले ने संबंधित व्यक्ति से विस्तृत जानकारी लेने के लिए मोबाइल नंबर, ईमेल आइडी जिसमे आरबीआइ का नाम है, दिया हुआ है। यही नहीं व्यक्ति का विश्वास जीतने के लिए चेक का फार्मेट भी मेल से अटैच किया गया है।
क्यों नहीं पड़ रही नजर
शहर में इस समय विश्व बैंक से लेकर आरबीआइ के नाम पर लोगों के पास फर्जी मेल भेजा जा रहा है, जिसमें रिजर्व बैंक जैसे देश के शीर्ष बैंकिंग संस्थान के गर्वनर, लोगो और नाम का उपयोग कर रहे हैं, और इसे सरकार की तमाम सुरक्षा एजेंसियां भी नहीं पकड़ पा रही है।
फर्जीवाड़े से बचकर
आरबीआइ से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि अभी 17 जून को सहारनपुर में इस तरह के फर्जीवाड़े से लोगों को आगाह करने के लिए कार्यक्रम किया गया था। इस तरह का मेल पूरी तरह से फर्जी है। इससे सभी को सावधान रहने की जरूरत है। कभी भी मेल या फोन का जवाब न दें।