बिजली गुल..ऊर्जा निगम का रिकार्ड फिर भी रोशन
बागपत : जिस समय आप कटौती का दंश झेलते हैं, उस समय भी आपको भरपूर बिजली मिलती है। चौक गए न ये लाइनें पढ़कर, लेकिन ऐसा हम नहीं कह रहे, बल्कि ऊर्जा निगम का रिकार्ड इसकी गवाही दे रहा है। जी हां, आजकल जिले की जनता को इमरजेंसी रोस्टिंग में भी खूब बिजली मिल रही है, मगर कागजों में।
वैसे तो ऊर्जा निगम की कार्यशैली से आप सभी वाकिफ है, लेकिन भीषण गर्मी में ऊर्जा निगम जो खेल खेल रहा है, उससे जिले की जनता के जख्मों पर नमक लग रहा है। जिले की बत्ती भले ही गुल हो, लेकिन ऊर्जा निगम का रिकार्ड उस समय भी रोशन रहता है। कुछ दिन पहले जहां जिले के शहरी क्षेत्र को 13-14 घंटे सप्लाई मिलती थी, अब वह रिकार्ड में बढ़कर 18 से बीस घंटे हो गई है। सोमवार को बागपत के द्वितीय टाउन में हुई सप्लाई का रिकार्ड देखें, तो इसमें ऊर्जा निगम ने 17 घंटे 40 मिनट की सप्लाई दर्शाई है। शाम पांच बजे से रात नौ बजे तक कुल चार घंटे सप्लाई दर्शाई गई है, लेकिन सच्चाई में यहां सिर्फ ढाई से तीन घंटे ही आपूर्ति मिली है। ऊर्जा निगम शायद यह भूल गया कि इस शेड्यूल में करीब छह बजे उन्हीं के कर्मचारियों ने शट डाउन लेकर कोर्ट रोड पर घंटों तक लाइन के तार ठीक किए थे। यह तो सिर्फ एक टाउन की बात है। बागपत के प्रथम टाउन, बड़ौत और खेकड़ा आदि में भी इससे भी बड़ा झोल है।
उमस से बिलबिला गए लोग
तीन दिन पूर्व हुई बारिश से लोगों को कुछ समय के लिए गर्मी से निजात मिली थी, लेकिन सूर्यदेव ने एक बार फिर अपना रौद्र रूप दिखा दिया है। जिले का तापमान तो लगभग 43 डिग्री है, लेकिन उमसभरी गर्मी ने जनजीवन बेहाल कर रखा है। भीषण गर्मी से लोगों का जीना दूभर हो चुका है।
इन्होंने कहा..
जनता को बिजली की सप्लाई समय पर मिल रही है। हालांकि इमरजेंसी रोस्टिंग में परेशानी होती है।
-प्रभाकर पांडेय, एक्सईएन, बागपत।