किसने लीक की थी छापे की सूचना!
चार अपै्रल को लखनऊ की टीम ने खादर में की थी छापेमारी
खनन के मिले थे निशान, मशीनें कर दी गई थीं गायब
जागरण संवाददाता, बागपत : सिसाना के खादर की ओर से आंख बंद कर बैठे खनन विभाग और प्रशासन ने जब अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो लखनऊ की टीम ने चार अपै्रल को उक्त खनन स्थल पर छापा मारा था। वहां पर खनन के चंद निशान तो मिले थे, लेकिन न मशीनें मिलीं और न खनन करने वाले लोग। जिसके चलते अंदाजा लगाया जा रहा है कि छापे के बारे में पहले ही माफिया को बता दिया गया था।
सिसाना के खादर में एक माह तक माफिया ने स्टाक की आड़ में करोड़ों रुपये का बालू खनन किया। अवैध खनन की शिकायत लगभग बीस दिन पहले भी खनन विभाग और प्रशासन से की गई थी, लेकिन स्थानीय स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिसके बाद शिकायतकर्ता ने लखनऊ में शिकायत कर दी। सूत्रों के अनुसार चार अपै्रल को लखनऊ से टीम ने बागपत में सिसाना खादर में आकर छापा मारा था। उस समय खनन स्थल पर खनन के चंद निशानों के अलावा कुछ और नहीं मिला था। पहले ही मशीन और वाहनों को हटा लिया गया है। एक भी व्यक्ति खनन स्थल पर नहीं मिला। उस समय खान कई घंटे तक बंद रही थी। माना जा रहा है कि छापे की सूचना किसी ने पहले ही माफिया को दे दी थी, जिससे लखनऊ में होने वाली फजीहत से बचा जा सका। सूचना देने वाला व्यक्ति कहां बैठा है, यह भी जांच का विषय है। खनन अधिकारी रंजन कुमार ने बताया कि चार अपै्रल को सिसाना खादर में टीम ने छापा मारा था। टीम की ओर से कोई जांच रिपोर्ट अभी तक नहीं मिल पाई है, जिससे कार्रवाई की जा सके।