जिला अस्पताल में भवन अनुरक्षण कार्य की जांच शुरू
बदायूं : जिला अस्पताल में भवन अनुरक्षण कार्य के नाम पर खर्च किए गए छह लाख रुपये की जांच शुरू हो गई ह
बदायूं : जिला अस्पताल में भवन अनुरक्षण कार्य के नाम पर खर्च किए गए छह लाख रुपये की जांच शुरू हो गई है। छह लाख रुपये में मात्र दो कमरों की पुताई का मामला जागरण ने हाल ही में उजागर किया था। खबर प्रकाशित होने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया। कमिश्नर ने जांच करके अस्पताल प्रशासन का स्पष्टीकरण मांगा है।
दरअसल वित्तीय वर्ष 2014-15 में जिला अस्पताल में रंगाई-पुताई के साथ वार्डो में मरम्मत कार्य भी होने थे। कार्य भी शुरू कराया गया, लेकिन कागजों तेजी से चला। अस्पताल के सामने मामूली पुताई कराई, लेकिन जर्जर वार्डो में कोई कार्य नहीं कराया गया। कई दिनों तक यह कार्य कागजों में दौड़ा और फिर छह लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया। 18 नवंबर को दैनिक जागरण में इस घोटाले को उजागर किया। मामला प्रकाश में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा। वहीं प्रशासन में सक्रिय हुआ। कमिश्नर विपिन कुमार द्विवेदी ने पूरे प्रकरण की जांच के आदेश दिए हैं। तीन दिन के अंदर तत्कालीन सीएमएस का स्पष्टीकरण मांगा गया है। विभागीय जांच डा. हरपाल सिंह को सौंपी गई है। डा. हरपाल सिंह ने इसकी जांच शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि इस घोटाले में अस्पताल प्रशासन के कई लोगों पर गाज गिर सकती है। घोटाले के खुलासे के बाद सीएमएस डा. आरके टंडन ने अन्य कार्यो के भुगतान पर रोक लगा दी।
10 साल से एक ही ठेकेदार कर रहा है काम
जिला अस्पताल में मरम्मत और पुताई का कार्य 10 साल से एक ही ठेकेदार कर रहा है। इससे साफ जाहिर होता है कि हर साल यहां बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई है।