खुले में शौच से मुक्ति पाने का लिया गया संकल्प
बदायूं : गांव-गांव को खुले में शौच जाने से मुक्ति दिलाने के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गय
बदायूं : गांव-गांव को खुले में शौच जाने से मुक्ति दिलाने के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। विधायक कुशाग्र सागर ने कहा कि यदि हम ठान लें तो पूरे देश को सप्ताह भर में ओडीएफ बना सकते हैं। उन्होंने अपनी विधानसभा को शीघ्र इस कलंक से मुक्ति दिलाने का आश्वासन दिया।
ब्लॉक मुख्यालय पर आयोजित कार्यशाला में विधायक ने कहा कि यह पूरे देश के लिए शर्म की बात है कि भारतवासी खुले में शौच जाते हैं। उन्होंने अपनी विधानसभा के लोगों का आह्वान किया कि अगर वो ठान लें तो कुछ ही दिनों में बिसौली विधानसभा ओडीएफ हो जाएगी। सीडीओ शेषमणि पांडेय ने कहा कि यदि गांव के लोग विलासिता का जीवन जी सकते हैं, तो फिर अपने गांव को ओडीएफ क्यों नहीं बना सकते हैं। उन्होंने प्रधानों से अपने अपने गांवों को पंद्रह दिनों में ओडीएफ बनाने को कहा। समीप के गांव सहानपुर के प्रधान शिवकुमार पाराशरी ने एक माह में अपने गांव को ओडीएफ बनाने का सीडीओ को वचन दिया। एसडीएम मुअवेश ने कहा कि हर जनप्रतिनिधि को और आम आदमी को अपने देश को इस कलंक से मुक्त कराने के लिए पूरे प्रयास करने चाहिए। जिला पंचायत राज अधिकारी शशिकांत शर्मा ने कहा कि खुले में शौच जाना वास्तव मे शर्म की बात है। उन्होने सभी कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों को अपने अपने पूरे प्रयास करने का आहवान किया। डीपीओ वीएन गंगवार ने प्रत्येक आंगनबाड़ी को अपने अपने गांव में पच्चीस शौचालय बनवाने का लक्ष्य तय करने को कहा। कहा कि लक्ष्य पूरा करने पर डेढ़ सौ रुपये बतौर प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। डॉ.नवनीत कुमार और सीडीपीओ अल्पना जौहरी ने भी विचार व्यक्त किए। बीडीओ बी अंबेड ने सभी का आभार जताया। इस मौके पर वीरेश यादव, जगदीश शर्मा, श्रवण लाल, ऋषिदेव, लाल सहाय, हरीश उपाध्याय, आनंद कुमार, सन्नू पाल, शशि प्रकाश पाल, गुंजन यादव, शिवकुमार पाराशरी आदि मौजूद रहे।
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गैरहाजिर कर्मचारियों की बनेगी सूची
ओडीएफ कार्यक्रम में गैरहाजिर रहने वाले कर्मचारियों की सूची जिले पर भेजी जाएगी। यह बात सीडीओ ने कही। उन्होंने बीडीओ से कहा कि गैरहाजिर कर्मचारियों की सूची बनाई जाए। अनुपस्थिति उनकी उदासीनता को बयां कर रही है। इधर कार्यक्रम में महिला प्रधानों की अनुपस्थिति पर नाराजगी जताई।
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गांवों में नहीं आया एक भी महिला कांपलेक्स
प्रशासन के अधिकारी जब अवाक रह गए जब महिला कांपलेक्स की हकीकत सामने आई। डीपीआरओ शशिकांत शर्मा ने जिले में आए 1007 महिला कांपलेक्स के बारे में प्रधानों से जानकारी मांगी। प्रधानों ने कार्यक्रम में बताया कि गांव में एक भी कॉंपलेक्स नहीं आया। यह सुनकर मौके पर मौजूद हर अधिकारी दंग रह गया। इस पूरी घटना ने भ्रष्टाचार की पोल खोल दी।