उफनाई गंगा से तटवर्ती गांवों में दहशत
जासं, बदायूं : नरौरा बैराज से पानी छोड़ने का सिलसिला जारी रहने से गंगा उफनाई हुई है। इससे तटवर्ती गांवों में बाढ़ का दहशत बना हुआ है। रामगंगा नदी का जलस्तर कम होने से भू कटान जारी है।
बाढ़ के इस मौसम में तटवर्ती गांवों के लोग ऊंचाई वाले स्थानों पर ठिकाना बनाकर रह रहे हैं। बुधवार को नरौरा से गंगा में 82906 क्यूसेक, बिजनौर से 70144 और हरिद्वार बैराज से 80217 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे कछला में मीटर गेज 163.25 मीटर पर पहुंचा है। हालांकि नदी में बाढ़ की स्थिति सामान्य बताई जा रही है, लेकिन कछला, उसहैत, कादरचौक और सहसवान क्षेत्र के तटवर्ती गांवों में बाढ़ का खौफ बना हुआ है। बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता डीके जैन विभाग के सभी एई, जेई के साथ बंधों पर कैंप कर रहे हैं।
उधर, दातागंज तहसील क्षेत्र में रामगंगा में बाढ़ आई हुई है। हालांकि जल स्तर में कमी आई है, लेकिन भू कटान का सिलसिला जारी है। इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा प्रभावित नवादा मधुकर गांव हुआ है। यहां आधा दर्जन से अधिक मकान कट चुके हैं। पीड़ित परिवार प्राथमिक विद्यालय और ऊंचाई पर सड़क किनारे डेरा डालकर समय काट रहे हैं।