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अभियान प्रभावी बनाने के गुर सीखने दिल्ली गए सीडीओ

बदायूं : स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की गतिविधियों को प्रभावी बनाने के लिए सीडीओ दिल्ली बुलाए गए हैं। द

By Edited By: Published: Thu, 29 Sep 2016 11:50 PM (IST)Updated: Thu, 29 Sep 2016 11:50 PM (IST)
अभियान प्रभावी बनाने के गुर सीखने दिल्ली गए सीडीओ

बदायूं : स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की गतिविधियों को प्रभावी बनाने के लिए सीडीओ दिल्ली बुलाए गए हैं। दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है, जिसमें गांवों को खुले में शौच मुक्त कराने और साफ-सफाई व्यवस्था दुरुस्त कराने के गुर सिखाए जाएंगे। इधर, ओडीएफ की टीमों ने गांवों में चौपाल लगाकर हर घर में शौचालय बनवाने के लिए प्रेरित किया।

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दैनिक जागरण के छोड़ो जंगल जाना अभियान का गांवों में प्रभावी असर दिखने लगा है। सीडीओ अच्छे लाल ¨सह यादव अभी हाल ही में जिले में आए हैं। गांवों को खुले में शौच से मुक्त बनाने की गतिविधियों में तेजी लाने का प्रयास कर रहे हैं। कार्यशाला में नई तकनीक सिखाने के साथ देश भर के अधिकारी अपने-अपने जिलों में किए जा रहे आधुनिक उपायों को भी साझा करेंगे। उम्मीद की जा रही है कि सीडीओ के कार्यशाला में शामिल होकर लौटने के बाद जिले में अभियान और प्रभावी ढंग से संचालित किया जाएगा। प्रभारी डीपीआरओ जय ¨सह यादव, कोआर्डिनेटर जाबाज खां की निगरानी में दर्जनभर गांवों में ओडीएफ की टीमों ने सुबह-शाम ग्रामीणों को जागरूक किया। ग्रामीणों को यह भी अवगत कराया कि खुले में शौच से दोहरा नुकसान हो रहा है। इससे जहां महिलाओं के आत्मसम्मान को ठेस पहुंच रही है वहीं बीमारियों को भी बढ़ावा मिल रहा है, इसलिए मूलभूत जरूरतों में शौचालय को शामिल करके सबसे पहले घर में शौचालय का निर्माण करा लेना चाहिए , इससे कोई नुकसान नहीं, सिर्फ फायदा ही फायदा है।

मेरी कहानी

खुले में शौच की परंपरा से महिलाओं के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचती है। इस सामाजिक बीमारी को अब जड़ से खत्म करने का वक्त आ गया है। कोशिश करें कि हर किसी के घर में शौचालय बन जाए।

- ओमप्रकाश

नजीर

जिले के कई गांव खुले में शौच से मुक्त हो चुके हैं। उन गांवों से सबक लेकर हर किसी को अपने-अपने गांव को इस सामाजिक बीमारी से छुटकारा दिलाने का प्रयास शुरू कर देना चाहिए।

- अनवार

अपील

महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को खुले में शौच के लिए जाने पर कितनी दिक्कतें झेलनी पड़ती हैं,इसके अहसास मात्र से माथे पर बल आ जाता है। मिलकर प्रयास करें ताकि इससे छुटकारा मिल जाए।

- मनोज


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