व्यायाम शिक्षकों को प्रशिक्षण, बच्चों का अभ्यास नहीं
बदायूं : परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं खेलों में जिले का नाम रोशन करें। पिछले वर्
बदायूं : परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं खेलों में जिले का नाम रोशन करें। पिछले वर्ष की तरह राज्यस्तर पर पदक जीतें। इसके लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने व्यायाम शिक्षकों को प्रशिक्षण देने की योजना तैयार की थी। जिसके बाद विद्यालयों में बच्चों को खेलों का अभ्यास कराया जाना था। सत्रह विकास क्षेत्रों के व्यायाम शिक्षकों को प्रशिक्षण दिए जाने के बाद भी न तो कहीं अभ्यास शुरु हुआ है और न ही इन परिषदीय खिलाड़ियों को खेलों के नियमों की जानकारी दी जा रही है। विभाग का ध्यान भी इस ओर नहीं जा रहा है। परिषदीय विद्यालयों में तैनात व्यायाम शिक्षक और अनुदेशकों को प्रशिक्षण दिया गया था। जिसमें दौड़, ऊंची कूद, लंबी कूद, भाला फेंक, चक्का फेंक आदि खेलों के नियमों की जानकारी दी गई। नियमों में होने वाले बदलाव भी बताए गए। निर्देश दिया गया कि विद्यालय में जाकर बच्चों को खेलों का अभ्यास कराएं। बताया गया कि अक्टूबर या नवंबर महीने में परिषदीय विद्यालयों की जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिताएं होंगी। जिसके लिए बच्चों का अभ्यास शुरू कर दें। उन्हें खेलों की हर जानकारी दें। जिससे वह जिला स्तर के बाद मंडलीय फिर राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में पदक ला सकें। लेकिन बच्चों का अभ्यास शुरू न करने की वजह से जिला स्तरीय प्रतियोगिता में भी बच्चों को समस्या होगी। जिला व्यायाम शिक्षक रामदास यादव ने बताया कि 17 विकास क्षेत्रों मे व्यायाम शिक्षक व अनुदेशकों को प्रशिक्षण दिया गया है। जगत विकास क्षेत्र में जल्द प्रशिक्षण होगा। सभी व्यायाम शिक्षक अपने विद्यालय में बच्चों को खेलों का अभ्यास कराते रहें।