निर्माण में सुस्ती पर डीजीएमई ने अफसरों को फटकारा
जागरण संवाददाता, बदायूं : राजकीय मेडिकल कॉलेज में निर्माण कार्य सुस्त चलने पर स्वास्थ्य शिक्षा महानि
जागरण संवाददाता, बदायूं : राजकीय मेडिकल कॉलेज में निर्माण कार्य सुस्त चलने पर स्वास्थ्य शिक्षा महानिदेशक प्रोफेसर वीएन त्रिपाठी ने नाराजगी जताई। निर्माण में जुटे अधिकारी को हिदायत दी कि वह दिन रात काम करें। मगर पंद्रह जून तक तीस सौ बेड का अस्पताल तैयार कर हैंडओवर करें। मेडिकल कॉलेज को लेकर मुख्यमंत्री के सख्त निर्देशों से भी अफसरों को अवगत कराया। उन्होंने ओपीडी के साथ निर्माणाधीन इमरजेंसी ब्लॉक के हर कक्ष का बारीकी से मुआयना किया।
शनिवार को डीजीएमई सुबह दस बजे मेडिकल कॉलेज के निरीक्षण पर पहुंचे। उन्होंने पहले ओपीडी के सभी विभागों का दौरा किया। चिकित्सकों से स्वास्थ्य सेवाओं और शैक्षिक योग्यता के संबंध में पूछताछ की। इस दौरान कई विभागें में मरीजों की उम्र नहीं लिखी मिली, तो कहीं संसाधनों की कमी दिखी। महानिदेशक ने सुधार की ताकीद की। इसके बाद वह निर्माणाधीन अस्पताल भवन में पहुंचे। यहां सभी दस ओटी, जनरल वार्ड देखा। दीवार में पलास्तर उखड़ने पर फिर से मरम्मत को कहा। डीजीएमई ने निर्माण कार्य काफी धीमी गति से चलने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि तीन महीने पहले जब निरीक्षण किया था, तब से बेहद कम काम हुआ है। यह लापरवाही है। प्रोजेक्ट मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में है। इसलिए इसे समय पर पूरा करें। इसके बाद उन्होंने शैक्षिक भवन, आवासीय भवन का निरीक्षण किया। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम के निरीक्षण से पहले मानकों के अनुरूप सेवाएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। निरीक्षण पर आए प्रोफेसर नरेश यादव ने बिजली विभाग का सख्त हिदायत दी कि वह बिजली की व्यवस्था दुरुस्त करके दें।
इक्कीस मई तक अधिकतर कार्य करेंगे पूरा
अस्पताल भवन निर्माण पंद्रह जून तक पूरा करने के निर्देशों के साथ अंदरखाने यह भी निर्देश दिए गए हैं कि अगर मुख्यमंत्री के 21 मई के दौरे तक अस्पताल का कार्य पूरा होता है। तब सीमित बेड के साथ ही अस्पताल का शुभारंभ कराया जा सकता हैं। निरीक्षण में इसके संकेत भी दिखे। पर निर्माण कार्य अधूरा होने की वजह से अधिकारी नहीं चाहते हैं कि मुख्यमंत्री आधे अधूरे प्रोजेक्ट के बीच उद्घाटन के लिए पहुंचें। यही वजह है कि अधिकारियों को दिन रात कार्य कर इक्कीस मई तक अधिकांश कार्य पूरा करने को कहा गया है।
बिजली कार्य में लाएं तेजी
मेडिकल कॉलेज में बिजली आपूर्ति के लिए बन रहे विद्युत उप केंद्र का कार्य बेहद सुस्त मिला। डीजीएमई ने कहा कि इसे तत्काल पूरा करें। क्योंकि बिजली बिना सभी कार्य लटक सकते हैं। इसलिए हर हाल में बिजली व्यवस्था तय समय में बेहतर करें।
कॉलेज का निर्माण बेहद धीमी गति से चल रहा है। यह गंभीर लापरवाही है। मुख्यमंत्री स्वयं इस प्रोजेक्टर पर नजर रखे हुए हैं। अधिकारियों को पंद्रह जून तक अस्पताल हैंड ओवर करने का निर्देश दिया है। इसके बाद उद्घाटन की तिथि तय की जाएगी।
प्रोफेसर वीएन त्रिपाठी, डीजीएमई
पंद्रह जून तक अस्पताल हैंडओवर करने का निर्देश हुआ है। राजकीय निर्माण निगम ने इस अंतराल में भवन सुपुर्द करने की प्रतिबद्धता भी जताई है। इसके बाद ही शुभारंभ की तिथि घोषित होगी।
डॉ. नीरज यादव, नोडल अधिकारी मेडिकल कॉलेज