धुकधुकी .. के बाद प्रशासन ने ली राहत
बदायूं : पंचायत चुनाव की शुरूआत होते ही इस्लामनगर में खूनी संघर्ष हो जाने से जिला प्रशासन के सामने
बदायूं : पंचायत चुनाव की शुरूआत होते ही इस्लामनगर में खूनी संघर्ष हो जाने से जिला प्रशासन के सामने पहले चरण का मतदान शांतिपूर्ण निपटाना बड़ी चुनौती थी। चुनाव आयोग ने भी सख्त रूख अख्तियार किया था इससे अफसरों की नींद उड़ी हुई थी। बिना किसी घटना के 61 फीसद मतदान कराकर जिला प्रशासन पहले चरण में प्रथम श्रेणी में पास हो गया।
चुनाव आयोग ने पंचायत चुनाव के इतिहास में पहली बार अधिकांश व्यवस्थाएं ऑनलाइन करा दीं। मतदाता सूची, वोटर पर्ची से लेकर अधिकारियों और कर्मचारियों की चुनाव ड्यूटी भी ऑनलाइन लगाई जा रही थी। इसमें हर काम के लिए समय निर्धारित रहा। चूंकि पहली बार यह व्यवस्था की गई थी, इसलिए अधिकारी भी डरे हुए थे। चुनाव आयोग ने भी जिला प्रशासन को वैकल्पिक व्यवस्था तैयार रखने की हिदायत दी थी। इसी बीच इस्लामनगर में चुनावी रंजिश को लेकर खूनी संघर्ष हो जाने और दहगवां, सहसवान के साथ इस्लामनगर क्षेत्र में भी पहले चरण में मतदान होने से अधिकारियों के सामने शांतिपूर्ण चुनाव निपटाना चुनौती बन गया था। डीएम शंभूनाथ, एसएसपी सौमित्र यादव साथ-साथ सीडीओ प्रताप ¨सह भदौरिया, एडीएम अशोक कुमार श्रीवास्तव के साथ चुनाव की तैयारियों की खुद निगरानी कर रहे थे। मतदान के दिन भी सभी आला अधिकारी सुबह सात बजे ही क्षेत्र में निकल गए थे। जोनल, सेक्टर और स्टेटिक मजिस्ट्रेट भी चौकन्ना रहे। परिणाम अपेक्षित आया और पहले चरण का मतदान शांतिपूर्ण निपट गया। मतदान प्रतिशत भी 61 फ सद हो जाने से सभी ने राहत की सांस ली। छिटपुट घटनाएं जरूर हुईं, लेकिन कहीं किसी तरह का कोई विवाद उत्पन्न नहीं होने पाया।