स्पीड पोस्ट पहुंची तो बजेगी मोबाइल की घंटी
बदायूं :संचार और तकनीकी सेवाओं के गठजोड़ के बाद एकाएक डाक सेवाओं और उनकी गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे थ
बदायूं :संचार और तकनीकी सेवाओं के गठजोड़ के बाद एकाएक डाक सेवाओं और उनकी गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे थे। पर अब डाक विभाग ने खुद को अपडेट किया है। बरसों बरस चिट्टी पार्सल या अन्य सामान न पहुंचना बीते दिनों की बात हो चली है। अब स्पीड पोस्ट तय गंतव्य तक पहुंचेंगा तो मोबाइल पर मैसेज आएगा। इतना ही नहीं भेजी गई डाक रास्ते में कहा है उसकी लोकेशन मिल सकेगी।बदलते वक्त में डाक सेवाओं का पूरा सिस्टम कंप्यूटराइज्ड और ऑनलाइन हो गया है। वह दिन हवा हुए कि जब दिनों-दिन तक जबाव आने का इंतजार किया जाता था। अब जमाना ईमेल, वाट्सएप और फेस बुक का है, पल में सवाल का जवाब। वर्ष 2008 में प्रोजेक्ट एरो आने के बाद विभाग की काया पलटने लगी है। सभी पोस्ट आफिसों को कंप्यूटराइज्ड किया गया। साथ ही नए-नए साफ्टवेयर आए। जिससे डाक विभाग फिर ऊंचाईयों पर पहुंच गया। डाक विभाग से फिर ग्राहकों की उम्मीद जागने लगी हैं। उनके भरोसे का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले तीन साल में विभाग का रेवन्यू एक अरब 91 करोड़ 57 लाख 55 हजार है। अब डाक भेजने के बाद परेशान होने की जरुरत नहीं है। गंतव्य स्थान पर पोस्ट पहुंचने पर डाक भेजने वाले के मोबाइल पर मैसेज पहुंच जाएगा कि आपकी डाक सुरक्षित पहुंचा दी गई है। यहीं नहीं डाक रास्ते में होने पर भी विभागीय साइट पर उसका नंबर डालकर उसकी पूरी जानकारी (टेक एन ट्रेस) प्राप्त की जा सकती है। साथ ही विभाग ने व्यापारियों के लिए बिजनेस पार्सल, एक्सप्रेस पार्सल आदि सुविधाएं भी शुरु की हैं। देश के उत्तर प्रदेश परमंडल में आने वाला बदायूं डाक विभाग में सीबीएस शुरु होने के बाद इलैक्ट्रानिक्स इंडियन पोस्टल व पोस्ट बैंक आफ इंडिया की सुविधा शुरु हो जाएगी। इसी क्रम में जिले के 12 डाकघरों को सीबीएस किया जा चुका है। अन्य की प्रक्रिया चल रही है।