जिले को तोहफे में मिला 'अमृत'
बदायूं :शहर में अब पार्कों की कमी और पेयजल किल्लत नहीं रहेगी। इसके लिए शासन ने अमृत योजना का तोहफा
बदायूं :शहर में अब पार्कों की कमी और पेयजल किल्लत नहीं रहेगी। इसके लिए शासन ने अमृत योजना का तोहफा दिया है। शासन की मंशा के अनुरूप योजना में पालिका के पानी से वंचित इलाकों में पाइप लाइन डालने के साथ ही नई पार्कों का निर्माण करना है। इस योजना में शामिल होने के बाद नगर पालिका प्रशासन ने इस दिशा में कदम उठा लिया है। पार्कों के लिए जमीन का ¨चहीकरण किया जा रहा है तो पाइप डलवाने के लिए भी कवायद शुरू कर दी गई है।
पिछड़े शहरों में सुमार बदायूं में जागरण के स्मार्ट सिटी, स्मार्ट सिटिजन की ललक जागी है। शहर को सुंदर बनाने के प्रयास शुरू करते हुए माडर्न यात्री शेड, माडर्न कूड़ेदान रखवाने का काम भी शुरू कर दिया गया है। बीते दिनों एक लाख की आबादी से ऊपर वाले शहरों में शासन ने अमृत योजना लागू करने की कवायद शुरू की थी। प्रथम चरण में इस योजना में बदायूं का नाम शामिल नहीं हो पाया। पालिका प्रशासन को इसकी जानकारी होने के बाद शासन को जनसंख्या के आंकड़े भेजते हुए शहर को अमृत योजना से जोड़ने की अपील की। पिछले दिनों लखनऊ में हुई बैठक में तय किया गया और बदायूं को इस सराहनीय योजना का तोहफा दिया गया। योजना के तहत शहर में बदहाल पार्कों का सुंदरीकरण कराने के साथ ही नई पार्कों का निर्माण और पेयजल संकट वाले इलाकों में ओवरहेड टैंक व पाइप लाइन डलवाई जाएगी। इसमें आने वाले खर्च के लिए प्रस्ताव भी मांगे गए हैं। शासन की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद पालिका प्रशासन ने नई पार्कों और पाइप लाइन डलवाने के लिए प्रस्ताव की तैयारी शुरू कर दी है। नई पार्कों के लिए पालिका उन स्थानों को देख रही है जहां पर गंदगी की वजह से लोग परेशान हैं। शहर के कई स्थानों पर पड़ी पालिका की जमीनों पर पार्कों का निर्माण कराया जाएगा। शहर की सीमावर्ती इलाके जो पाइप लाइन स वंचित हैं, उन इलाकों में पाइप लाइन बिछवाने के लिए काम शुरू किया जा रहा है। माना जा रहा है कि एक साल के अंदर पालिका प्रशासन इस दिशा में बड़ा काम करेगा।