गलती एक की भुगत रहा स्टाफ
बदायूं : विद्यालय में काफी दिनों से गायब चल रहे एक लिपिक की वजह से बीएसए विभाग के लेखा विभाग ने पूरे
बदायूं : विद्यालय में काफी दिनों से गायब चल रहे एक लिपिक की वजह से बीएसए विभाग के लेखा विभाग ने पूरे स्टाफ का वेतन रोक दिया है। लेखा विभाग तो केवल वेतन जारी करता है। मामले में प्रबंधक ने बीएसए से शिकायत की है। बीएसए ने जांच का आश्वासन दिया है।
जिला बेसिक शिक्षा विभाग की लेखा विभाग की शिकायतें अक्सर बीएसए को प्राप्त हो रहीं हैं। आलम तो यह है कि तहसील दिवस में आने वाले बेसिक शिक्षा की शिकायतों में 60 से 70 प्रतिशत लेखा विभाग की ही होती हैं। शुक्रवार को भी लेखा विभाग की एक लापरवाही सामने आई। बेहटा गोसाई स्थित आदर्श पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रबंधक गंगा शरण गुप्त ने बीएसए से शिकायत की है। उन्होंने बताया कि उनके विद्यालय का एक लिपिक 30 मई से 30 जून तक बिना किसी सूचना के गैरहाजिर रहा था। लिपिक की गैरहाजिरी दर्शाते हुए विद्यालय का वेतन बिल बीएसए के लेखा विभाग में प्रस्तुत करके वेतन जारी करने की मांग की थी। लेखा विभाग ने लिपिक के वेतन की कटौती करने की जगह विद्यालय के पूरे स्टाफ का वेतन रोक दिया। बीएसए आनंद प्रकाश शर्मा ने बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से की गई कार्यवाही पर ही लेखा विभाग वेतन रोकता है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी।
लिपिक की नियुक्ति फर्जी
विद्यालय के प्रबंधक गंगा शरण गुप्त ने लिपिक की नियुक्ति को गलत करार दिया है। जानकारी उन्होंने बीएसए को दी। उन्होंने बताया कि मृतक आश्रित में लगे लिपिक की नियुक्ति शासनादेश के विरूद्ध की गई है। उनके पिता की मृत्यु 1 मई वर्ष 1990 में हुई थी। शासनादेश के अनुसार असहायिक सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में मृतक आश्रितों को 1 जनवरी 1991 से पहले की नियुक्ति पर कोई भी लाभ देय नहीं है। शिक्षा निदेशक ने मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक से जांच कर उचित कार्यवाही को कहा था। गंगा शरण की इस शिकायत पर बीएसए आनंद प्रकाश शर्मा ने जांच कराके कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।