नफरतों के सौदागर बस्तियों में रहते है..
बदायूं, इस्लामनगर : केएम इंटर कालेज के प्रागण में जय मा एसोसिएट्स की ओर से दीपावली के शुभ अवसर पर कव
बदायूं, इस्लामनगर : केएम इंटर कालेज के प्रागण में जय मा एसोसिएट्स की ओर से दीपावली के शुभ अवसर पर कवि सम्मेलन व मुशायरा का आयोजन हुआ। काव्य संध्या की अध्यक्षता करते हुए नगर पंचायत के चेयरमैन वीरेंद्र लीडर ने मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित किया और बिल्सी से आए कवि नरेंद्र गरल ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत कर काव्य संध्या का शुभारंभ किया।
कवि सम्मेलन में आगरा से आए प्रो.सोम ठाकुर ने कहा- नजरीए हो गए छोटे हमारे, मगर बौने बड़े दीखने लगे है। चलें इंसानियत की राह पर जो मुसीबत में पड़े दीखने लगे है। साहरनपुर से आए उप्र उर्दू अकादमी के अध्यक्ष व शायर प्रो. नवाज देवबंदी ने कहा- नफरतों के सौदागर बस्तियों में रहते है, रोशनी के दुश्मन जुगनूओं में रहते है। बरेली से आए प्रो.किशन सरोज ने कहा- फिर लगा प्यासे हिरण को वाण नदीया के किनारे, कर दिए लो आज गंगा में प्रवाहित पत्र सारे चित्र सारे तुम निश्चित रह गए। नरेंद्र गरल ने पढ़ा- जो उत्स गिर रहा है चट्टानों पर पतन की उत्पन्न उस दिशा में, उवरोध कर रहा हूं स्वीकार कर सको तो अनुरोध कर रहा हूं। टूंडला से आए हास्य कवि लटूरी लटठ ने पढ़ा- बेटा बनूं तो सैफई को अपनी छावी को मैं कैस करूं, कुत्ता बनूं तो विलायत को कार नु घूमुं और ऐस करूं। घोड़ी बने तौं क्या फायदा अपनी ही मक्खी भगाया करूं, या तैं तो आजम की भैंस बनूं जो पुलिस की नींद हराम करूं। आगरा से आए डा.यशोयश ने कहा- कोई हमसे कहे तुम हमारे लिए, कहते हम बारबार हम तुम्हारे लिए। कुछ भी कहता रहे ये जमाना हमे, हम तुम्हारे लिए तुम हमारे लिए।।
इसके अलावा नसीम हासमी चंदौसी, शिवदत्त संभल, एचबी गौहर चंदौसी, प्रफुल्ल रंजन चंदौसी, नवोदय विद्यालय के प्रधानाचार्य निधीश गुप्ता आदि कवि शायरों ने गाकर काव्य संध्या में चार चाद लगाते हुए समां बांध दी। इस मौके पर पूर्व विधायक दयासिंधू शखधार, हाफिज नसीमुद्धीन खा, अवधेश मिश्रा, राजेंद्र गोयल, हरियोम वैश्य, दिनेश अग्रवाल, हाजी विकारूद्धीन, पीयूष पाठक, शिखर गोयल, विट्टन जौहरी, हितेंद्र शंखधार, लोकेश कुमार मौर्य, नवीन मित्तल, पिंटू चौधरी आदि मौजूद रहे।