बाजार सजकर तैयार, खरीदारों का इंतजार
जासं, बदायूं : धनतेरस का दिन बर्तन खरीदने के लिए शुभ माना जाता है। मंगलवार को पड़ रही धनतेरस के लिए ब
जासं, बदायूं : धनतेरस का दिन बर्तन खरीदने के लिए शुभ माना जाता है। मंगलवार को पड़ रही धनतेरस के लिए बाजार सजकर तैयार हो गया है। हमेशा की तरह इस साल भी बर्तनों की दुकानें सजा ली गई हैं, जहां लगभग 90 प्रतिशत स्टील व मात्र 10 प्रतिशत अन्य धातुओं के सामान की ब्रिकी हो रही है।
सोमवार को बाजार में बर्तनों की दुकानें सजाई गई, लेकिन ग्राहकों की आवाजाही कम रही। बहुत कम लोग ही सामान खरीद रहे थे। कांसा, पीतल, फूल, गिलेट, तांबा के बर्तन तो चलन से ही बाहर हो गए हैं। दुकानदार ने बताया कि पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा मंहगाई तो नहीं है। 10 या 20 रुपये प्रति किलो का इजाफा हुआ है। तांबा 1000 रुपये प्रति किलो, कांसा 500 रुपये प्रति किलो, फूल 900 रुपये व पीतल 400 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। आज के दौर में स्टील के फैंसी सामान की तरफ आकर्षित हो रहे हैं और चम्मच, थाली, गिलास, कमंडल आदि ही खरीद रहे हैं। मद्रास की स्टील ही ज्यादा बेची जा रही है। धीरे-धीरे पुरानी धातुओं के सामानों की बिक्री कम हो गई है। किसी समय पर फूल की थाल, पीतल का लोटा, बेला, गिलास, चम्मच आदि सामान खरीदे जाते थे। लगभग 50 साल पुराने दुकानदार आनंद कुमार, प्रेम कुमार ने बताया कि गांव के लोग ही ये सामान सिर्फ शादियों के सीजन में खरीदते हैं, पीतल के सामान में बाल्टा भी सिर्फ सालग में बिकता है, बाकि धनतेरस पर कोई भी इन धातुओं के सामनों को नहीं खरीदता है। हांलाकि बूढ़े लोग कभी-कभार चम्मच, बेला, गिलेट का गिलास आदि सामान खरीद रहे हैं। फूल की धातु 900 रुपये प्रति किलो की वजह से एक थाली 500 रुपये की बैठती है। जनता बर्तन भंडार के मालिक ने बताया कि स्टील के फैंसी आइटम आने की वजह से पुरानी धातुएं कोई नहीं खरीदता। आज बाजार में स्टील का फैंसी गिलास 50 रुपये व फैंसी कटोरी 35 रुपये की भी मौजूद है तो लोग उसी की तरफ ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं।