Move to Jagran APP

ब्लड बैंक में पकड़ा गया खून का खेल

जासं, बदायूं : जिला अस्पताल की ब्लड बैंक में चल रहा खून का खेल पकड़ा गया। पेशेवर लोगों से खरीदे जा रह

By Edited By: Published: Mon, 20 Oct 2014 11:28 PM (IST)Updated: Mon, 20 Oct 2014 11:28 PM (IST)
ब्लड बैंक में पकड़ा गया खून का खेल

जासं, बदायूं : जिला अस्पताल की ब्लड बैंक में चल रहा खून का खेल पकड़ा गया। पेशेवर लोगों से खरीदे जा रहे ब्लड की सूचना पर सिटी मजिस्ट्रेट ने छापा मारा, जहां से एक स्मैकिया भाग निकला और एक मौके पर ही पकड़ा गया। पकड़े गए व्यक्ति का रिकार्ड से अलग नाम और पता निकला, वह यह भी नहीं बता पाया कि किस मरीज को ब्लड डोनेट करने आया था। पूरे प्रकरण की रिपोर्ट डीएम को सौंपी गई है।

prime article banner

शनिवार को शाम चार बजे के करीब लगभग आधा दर्जन स्मैकिया और रिक्शा चालकों का ब्लड निकाला जा रहा था। किसी ने इसकी सूचना डीएम शंभूनाथ को दे दी। डीएम को बताया गया कि ब्लड बैंक में तैनात स्टाफ नर्स मीना सिंह ने पेशेवर डोनेटरों को ब्लड निकलवाने के लिए बुलाया है। इसके एवज में उन्हें रुपये भी दिए गए हैं। पहले से ही सुर्खियों में चल रही ब्लड बैंक में खून का खेल होने की सूचना को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने सिटी मजिस्ट्रेट विजय बहादुर को मौके पर जाकर जांच करने के आदेश दिए। करीब 15 मिनट में सिटी मजिस्ट्रेट ब्लड बैंक पहुंच गए। जहां अचानक सिटी मजिस्ट्रेट को देखकर ब्लड बैंक में हड़कंप मच गया। बाहर एक स्मैकिया बैठा हुआ था, उसे वहां पर तैनात स्टाफ ने भगा दिया। अंदर ब्लड निकलवा चुका एक पेशेवर व्यक्ति लेटा हुआ था, जिसे भागने का मौका नहीं मिला। सिटी मजिस्ट्रेट ने रिकार्ड खंगाला तो सोमवार को 10 लोगों के ब्लड निकलवाने की रिपोर्ट मिली। इसमें मौके पर मौजूद व्यक्ति के बारे में पूछा गया तो रिकार्ड में उसका नाम मलखान उम्र 60 वर्ष दर्ज था, यह भी लिखा गया था कि उसे डा. सुमन गुप्ता के नर्सिग होम से भेजा गया है, जिस मरीज को ब्लड चढ़ना है उसका नाम विद्यादेवी बताया गया। मौके पर जाकर कमरे में लेटे व्यक्ति को देखा गया तो उसकी उम्र करीब 40 साल थी, उसने अपना नाम तेजराम निवासी धौराहा थाना भमोरा जिला बरेली बताया। मरीज का नाम पूछने पर उसने नन्हीं देवी नाम बताया। नर्सिग होम का नाम पूछने पर वह नाम नहीं बता पाया। इस तरह से पूरा मामला पकड़ में आ गया। बाहर बोर्ड पर शून्य यूनिट स्टाक में ब्लड लिखा हुआ था, जबकि अंदर फ्रीजर मे ब्लड मौजूद था। इस तरह से पूरा खेल पकड़ में आ गया। सिटी मजिस्ट्रेट ने सभी के नाम पते दर्ज करने के बाद पिछले आठ दिनों का रिकार्ड तलब किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.