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कोटेदार जेल में, राशन हस्तांतरित

By Edited By: Published: Fri, 29 Aug 2014 07:12 PM (IST)Updated: Fri, 29 Aug 2014 07:12 PM (IST)
कोटेदार जेल में, राशन हस्तांतरित

जासं, बदायूं : सरकारी राशन की दुकानों के नाम पर चल रहा धांधली का खेल थमने का नाम नहीं नहीं ले रहा है। कोटेदारों से सांठगांठ के चलते विभागीय कर्मचारी और अधिकारियों ने नियम-कानून के साथ खिलवाड़ शुरू कर दी है। राशन में खेल के नाम पर बदनाम पूर्ति विभाग का एक ऐसा कारनामा सामने आया है, जिसे सुनकर सभी हैरान रह जाएंगे। इस बार कोटेदार के जेल में बंद होने के बाद भी उसके राशन का उठान करा दिया गया है।

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उसावां थाना क्षेत्र के गांव नगरिया अभय के कोटेदार रामदयाल पुत्र बल्लू के खिलाफ 20 फरवरी वर्ष 2007 को उसावां थाने में दो लोगों को गंभीर चोट पहुंचाने का मुकदमा दर्ज हुआ था। इस मामले में उसे दोषी करार देते हुए अदालत ने चार साल की कैद और 12 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई। वह पिछले चार दिनों से जेल में है। इसके बाद भी पूर्ति विभाग ने गुरुवार को उसके राशन का उठान करवा दिया। जबकि नियम होता है कि राशन का उठान करते वक्त कोटेदार के हस्ताक्षर करवाए जाते हैं, ताकि वह उस राशन को ब्लैक कर विभाग पर ही तोहमत न जड़ सके। लेकिन सांठगांठ के चलते विभागीय अधिकारी और कर्मचारी कोटेदारों के हस्ताक्षर नहीं करा रहे हैं। ताजा उदाहरण प्रकाश में आने पर अधिकारी भी अपने बचाव में लगे हैं, किसी भी सवाल पर वह सीधे बात न करके कन्नी काट रहे हैं।

इंसेट ..

..तो गिर सकती है जिम्मेदारों पर गाज

कोटेदार के जेल में होने के बावजूद भी राशन का उठाने होने के मामले की अगर जांच हुई तो जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई तय है। वजह है कि सजा होने के बाद जेल जाने की सूचना ग्रामीणों ने पूर्ति कार्यालय में दे दी थी। इसके बाद भी उस सूचना को नजर अंदाज कर खुद का कानून बनाकर खेल कर दिया गया।

सत्यापन के दौरान जानकारी मिलने पर दुकान निलंबित कर पड़ोसी गांव में अटैच कर दी है। उठान के दौरान लापरवाही बरती गई है। उसकी जांच के आदेश दिए गए हैं, जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

-ओपी तिवारी, एसडीएम दातागंज


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