सामान आने के बाद भी लटका पावर हाउस का काम
जासं, बदायूं : जिला और महिला अस्पताल में बनने वाले पॉवर हाउस का सामान आना शुरू हो गया है, इसके बाद भी निर्माण कार्य शुरू नहीं कराया गया है। मरीजों को हो रही दिक्कतों की वजह से बिजली महकमे की इस लापरवाही से स्वास्थ्य महकमा भी हैरान है।
बिजली कटौती और ट्रिपिंग की समस्या को देखते हुए वर्ष 2011 में जिला और महिला अस्पताल में सुरक्षित फीडर लगवाने की योजना तैयार की गई थी। शासन से इसके लिए दो करोड़ 56 लाख रुपये की धनराशि भी स्वीकृत हुई और पहली किश्त भी जारी कर दी गई। दोनों अस्पतालों में जगह का चिंहीकरण भी कार्यदायी संस्था ने कर लिया। इसके बाद पावर हाउस की यह फाइल लखनऊ में काफी दिनों तक इस दफ्तर से उस दफ्तर तक घूमती रही। सुरक्षित पावर हाउस न होने से बिजली कटौती के चलते अस्पताल स्टाफ और मरीजों को हो रही समस्याओं की वजह से स्वास्थ्य महकमा लगातार इसके लिए प्रयास करता रहा। तीन सालों की कवायद के बाद पावर हाउस का निर्माण कराने को सामान आना शुरू हो गया। जिला अस्पताल में कुछ सामान आ चुका है। हैरानी की बात तो यह है कि सामान आने की शुरूआत होने के बाद भी बिजली महकमे ने चिंहित स्थान की कार्य कराने के लिए सफाई तक शुरू नहीं कराई है। इधर, महिला अस्पताल में भी कोई कार्य दिखाई नहीं दे रहा है। अस्पतालों में जनरेटर न चलने की वजह से गर्मी में उबल रहे कर्मचारियों को कार्य शुरू होने का बेचैनी से इंतजार है। इस बारे में स्वास्थ्य महकमे के अधिकारी बिजली महकमे से लगातार प्रयास कर रहे हैं।