यहां नो इंट्री का कोई मतलब नहीं
जागरण संवाददाता, बदायूं : वाटर वर्क्स चौराहे से बड़े वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित है, इसके बावजूद इस चौराहे से धड़ल्ले से बड़े वाहनों का आवागमन लगातार होता रहता है। पुलिस के संरक्षण में गुजरने वाले इन वाहनों पर अंकुश लगता नहीं दिख रहा है। जिसके कारण यह चौराहा जाम की झाम से जूझ रहा है।
लगता है जैसे वाटर वर्क्स चौराहे से जाम का रिश्ता काफी गहरा हो चला है। एक तो डग्गामार वाहन और फुटपाथ तक फैला दुकानों का सामान इसके अलावा सड़क तक लगने वाले फल ठेले उस पर नो इंट्री के बावजूद गुजरने वाले भारी वाहनों ने जैसे जाम को वाटर वर्क्स चौराहे की नियति बना दिया है। यही नहीं रिक्शेवाले भी इस चौराहे की सभी सड़कों पर खड़े होकर जाम में भागीदार बनते हैं। गुरुवार को इस चौराहे पर दिन में घंटों जाम की स्थिति बनी रही। जिसके कारण लोग हलकान रहे।
जाम में फंसी एंबुलेंस
गुरुवार की दोपहर वाटर वर्क्स चौराहे पर लगे जाम में गंभीर मरीज ले जा रही एंबुलेंस फंस गई। लगभग आधे घंटे तक एंबुलेंस इस चौराहे पर लगे जाम में फंसी रही। लेकिन पुलिस ने उसकी खबर तक नहीं ली।
बेरोकटोक नो इंट्री से गुजरते हैं ट्रक
इस चौराहे पर वैसे बड़े वाहनों के लिए नो इंट्री है। लेकिन पुलिस की जेब गरम करने के बाद कोई भी बड़ा वाहन यहां से गुजर सकता है। गुरुवार को इस चौराहे से निकलने वाले बड़े वाहन जाम का सबब बने।
रिक्शे वाले भी कम नहीं
वाटर वर्क्स चौराहे पर लगने वाले जाम के लिए कुछ हद तक रिक्शे वाले भी जिम्मेदार हैं। चौराहे की सभी सड़कों पर ये रिक्शेवाले खड़े रहते हैं। यही नहीं बसों से उतरने वाले यात्रियों को पहले बैठाने के लिए ये रिक्शेवाले एक दूसरे के आगे अपना रिक्शा लगा देते हैं।
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