बोहरा समाज ने मनाई ईद, गले मिल दी मुबारकवाद
जागरण संवाददाता, मुबारकपुर (आजमगढ़): स्थानीय कस्बे में बोहरा समाज के धर्म गुरु डा. सैयदना मुफद्दल
जागरण संवाददाता, मुबारकपुर (आजमगढ़): स्थानीय कस्बे में बोहरा समाज के धर्म गुरु डा. सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन के अनुयायियों ने तीस रोजा रखने के बाद रविवार को धूमधाम से ईद मनाई। ईद की नमाज नगर के मुहल्ला पुरारानी स्थित मुहम्मदी मस्जिद में मुल्ला अब्दुल कादिर ने पढ़ाई। उसके बाद सभी ने देश में अमनो- अमान के लिए दुआ मांगी। नमाज के बाद समुदाय के सभी लोगों ने एक दूसरे से गले मिल कर ईद की मुबारकबाद दी और लजीज सेवईयों का लुत्फ उठाया।
पुरारानी स्थित मुहम्मदी मस्जिद को एक सप्ताह पूर्व से ही झालरों से सजाया गया था। रविवार को तीस रोजा रखने के बाद बोहरा समाज के लोगों ने फज्र की नमाज बाद खुतबा पढ़ ईद की नमाज सुबह सवा पांच बजे अदा की। इस दौरान सैकड़ों पुरुष, महिला, बुजुर्ग व बच्चों ने नमाज अदा की।
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भाई-चारे का बनाएं माहौल: अब्दुल कादिर
“मुल्ला अब्दुल कादिर ने नमाजियों से कहा कि हमारे बोहरा समाज के धर्म गुरु डा. सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन का पैगाम है कि अपने धर्म के प्रति सच्ची श्रद्धा रखें और जिस देश में रहें वफादारी के साथ देशहित में कार्य करें और भाईचारे का माहौल बनाएं।
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- सैफिया ने घर-घर कुरआन हिफ्ज कराया
मुबारकपुर: रमजान माह शुरू होने के पहले दिन से ही बोहरा समाज की ओर से सूरत से पधारे अल्जामियतुल सैफिया डा. सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन की रजा से कुरआन हिफ्ज कराने के लिए तीस दिन तक यहां रहे। बोहरा समाज के हर घरों में रोजा रखते हुए भी कड़ी धूप में जाकर कुरआन हिफ्ज कराया गया।
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-तीस दिन तक किसी घर में नहीं जलता चूल्हा
मुबारकपुर: स्थानीय नगर के बोहरा समाज के सभी परिवार रमजान शुरू होने के पहले दिन से ही जमात खाने में एक साथ (महिला, पुरुष, बुजुर्ग व बच्चे) सभी के तीस दिनों तक खाने-पीने की व्यवस्था रहती है। सभी रोजेदार एक साथ एक ही जगह इफ्तार व सहरी करते हैं। यह आयोजन तीस दिनों तक एक दूसरे के सहयोग से चलता है। इस दौरान बोहरा समाज के किसी घर में तीस दिनों तक चूल्हा नहीं जलता।