पूस की रात नाटक का मंचन
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : श्री रामानंद सरस्वती पुस्तकालय जोकहरा के सभागार में मुंशी प्रेमचंद की कहान
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : श्री रामानंद सरस्वती पुस्तकालय जोकहरा के सभागार में मुंशी प्रेमचंद की कहानी पूस की रात नाटक का मंचन शनिवार को किया गया। नाटक के माध्यम से मजदूर किसान पूंजीपति जमीदार का मंचन हुआ। जमीदार व किसान का संबंध, किसान के खेती पर पड़ने वाले प्रभाव व किसान कितना मजबूर होता है। खेती बर्बाद होती है, किसान परेशान होता है, कर्ज को चुकता नहीं कर पाता है और पत्नी के साथ खेत में बिलख रहा होता है। नाटक का निर्देशन धर्मराज व साथ ¨बद्रा गौतम ने दिया। सबसे रोचक हर्ष नामक बच्चा कुत्ते का अभिनय करके दर्शकों को रोमांचित करता रहा। प्रेमचंद की कहानी आज के वैज्ञानिक युग में आधुनिक भारत के किसानों की सच्ची तस्वीर है। अभाव और घोर गरीबी में भारतीय किसान पूस की रात का यह प्रयास आज भी पूरे भारत में मौजूद है। साहूकार आज भी भारतीय किसानों के शोषण करते हैं। मुख्य अतिथि जयप्रकाश धूमकेतु व विशिष्ट अतिथि दिल्ली के वरिष्ट पत्रकार दर्शन देसाई रहे। पूर्व डीजीपी विभूति नारायण राय ने नाटक के कलाकारों के प्रति आभार व्यक्त किया। मंचन में दूधनाथ ¨सह, ममता यादव, सुनील गावस्कर, धर्मराज, राम लखन, अमित प्रियदर्शी, सत्यम गोड़, अवनीश यादव उर्फ अर्चना तथा अस्मिता यादव रही। इस अवसर पर शेषनाग ¨सह, हिना देसाई, सुधीर शर्मा, सुशील राय, राजबाला, सुनीता, प्रमिला, प्रतिमा, पूजा, चंद्रजीत, रामजन्म, जयप्रकाश आदि उपस्थित रहे।