अमिलो-टेकनगाढ़ा सड़क खस्ताहाल, राह बेहाल
जागरण टीम, आजमगढ़ : विकास खंड सठियांव क्षेत्र अंतर्गत बरडीहा अमिलो से टेकनगाढ़ा गांव को जोड़ने वाले
जागरण टीम, आजमगढ़ : विकास खंड सठियांव क्षेत्र अंतर्गत बरडीहा अमिलो से टेकनगाढ़ा गांव को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग पर मात्र 50 मीटर दूरी की सड़क जर्जर होने के कारण आएदिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। यात्रा करने में काफी दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। इस मार्ग पर प्राथमिक विद्यालय से लेकर डिग्री कालेज तक के छात्रों संग आमजन का आना जाना लगा रहता है।
अमिलो प्रतिनिधि के अनुसार क्षेत्र के बरडीहा गांव अमिलो से ओझौली घाट होते हुए टेकनगाढ़ा गांव तक जाने वाले मुख्य सड़क मार्ग पर चलना जोखिम भरा कार्य है। इस मार्ग पर डीह, ओझौली, फिरोजाबाद, टेकनगाढ़ा, बरडीहा अमिलो गांव के छात्र छात्राओं तथा ग्रामीणांचलों से मुबारकपुर नगर आने जाने वाले राहगीरों का दिन भर तांता लगा रहता है। यह मार्ग देर रात तक व्यस्त रहता है। उपेक्षा चलते अपनी बदहाली पर यह मार्ग आंसू बहा रहा है। इस मार्ग की तरफ शासन-प्रशासन अथवा राजनेताओं का ध्यान तनिक नहीं जाता है। इसको लेकर क्षेत्र के लोगों ने कई बार अधिकारियों से गुहार लगाई है लेकिन उनके बातों की हमेशा अनदेखी की गई। ग्रामीण रणधीर यादव, विजय बहादुर ¨सह, प्रमोद कुमार ¨सह आदि का कहना है कि मार्ग इतना पुराना हो गया, बरसात के दिनों में इस पर यात्रा करते समय लोग फिसल कर घायल हो चुके हैं। विशेष रूप से नौनिहालों को मार्ग पर चलकर अपने -अपने विद्यालयों तक पहुंचने में काफी दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है।
क्या कहते हैं अधिकारी
मुख्यमंत्री के फरमान के बाद सड़कों को हर हाल में 15 जून से पहले गढ्डामुक्त कर देना है। इस आदेश से संबंधित लोगों को अवगत करा दिया गया है। जल्द ही सभी मार्ग गढ्डामुक्त कर दिए जाएंगे।
पीपी ¨सह : एडीएम प्रशासन
------------------
ग्रामीणों की कहानी, उनकी जुबानी
फोटो ::::34, 35, 36 व 37सी
--------------------
अमिलो : क्षेत्र निवासी गुड्डू का कहना है कि जर्जर मार्ग से आएदिन लोग गिरकर चोटिल होते रहते हैं। इसकी वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सुलेमान ने कहा कि पचास मीटर जर्जर मार्ग की वजह से लोग रास्ता बदलकर जाते हैं। यहां किसी न किसी समय दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। शकुंतला ने कहा कि मार्ग ठीक करने के लिए कई बार अधिकारियों व कर्मचारियों को अवगत कराया गया लेकिन कोई सुनवाई नहीं। अब मुख्यमंत्री के आदेश के पहले देखना है कार्य हो पाता है या नहीं। तकरीफुन्निशा ने कहा कि सड़क की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है। पचास मीटर सड़क की वजह से लोगों को इस मार्ग पर चलना मुश्किल हो जाता है।