गेरुआ वस्त्र का बढ़ा क्रेज, कट रही चांदी
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद गेरुआ वस्त्र का क्रेज बढ़ ग
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद गेरुआ वस्त्र का क्रेज बढ़ गया है। कपड़ा विक्रेताओं की खूब चांदी कट रही है। गेरुआ वस्त्र धारण कर रहे लोग गर्व के साथ पहनने से फूले नहीं समा रहे हैं। हालात यह है कि शहर में शर्ट, कुर्ता सहित विभिन्न परिधानों में लोग इसको पसंद कर रहे हैं। यही नहीं बाजारों में गेरुआ वस्त्र वालों की धूम मची हुई है। कार्यालयों में भी इस कपड़े को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जोड़कर देखा जा रहा है। इसके अलावा चार पहिया वाहनों में भगवाध्वज व झंडा देखने को मिल रहा है।
जनपद में पहले ¨हदू युवा वाहिनी, विश्व ¨हदू महासंघ व भाजपा के दिग्गज नेताओं के पास गेरूआ रंग का गमछा देखा जाता था। यानी वह लोग पहनते थे जो पक्के रूप से योगी आदित्यनाथ के साथ थे। अब प्रदेश में भाजपा सरकार में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री का कार्यभार ग्रहण करने के बाद गेरुआ वस्त्र पहनने वालों की लाइन लग गई। यही नहीं गेरुआ वस्त्र पहनकर लोग सत्ता पक्ष का बखान करने से नहीं चूक रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में गेरुआ वस्त्र का क्रेज ज्यादा बढ़ा है। शहर के तमाम कपड़ा दुकानदारों के यहां गेरुआ रंग के कपड़े व शर्ट पहनने वालों की लाइन लग गई है। अधिकांश जगहों पर गेरुआ वस्त्र मिल नहीं रहे हैं। इसके अलावा अंडरवियर, बनियान की बिक्री भी तेजी से बढ़ी है। शहर के चौक कपड़ा व्यवसायी परितोष रूंगटा, अजय अग्रवाल, आशुतोष अग्रवाल, चंद्रप्रकाश अग्रवाल, अशोक अग्रवाल की मानें तो पिछले डेढ़ माह में उनके यहां से गेरुआ रंग के कपड़े की ज्यादा बिक्री हुई। यही नहीं विभिन्न मार्ट में भी गेरुआ रंग के कपड़ों की डिमांड बढ़ी है। महिलाएं भी गेरुआ वस्त्र पहनकर अपने को गौरवान्वित महसूस कर रही है। कुल मिलाकर योगी आदित्यनाथ के पहनावें की तरफ लोगों का रुझान बढ़ा है। इससे लग रहा है कि कुछ ही दिनों में जनपद की 20 फीसद जनता गेरुआ वस्त्र में ही नजर आएगी। यही नहीं सरकारी कार्यालयों में भी कोई मिलता-जुलता रंग कोई अगर पहन लिया तो उसको भी योगी से जोड़ा जा रहा है। इसे लेकर ठहाके भी लगाए जा रहे हैं। शहर में कई अधिकारियों के सामने जब यह मामला पहुंचा तो वह ठहाके लगाने से रोक नहीं पाए। कुल मिलाकर अब तक योगी व साधु -संतों में यह वस्त्र ज्यादा पहना जाता था लेकिन अब यह वस्त्र फैशन बनता जा रहा है।