400 से अधिक विद्यार्थियों ने लिया हिस्सा
आजमगढ़ : पुस्तक मेले के चौथे दिन कहानी से चित्र और चित्र से कहानी लेखन कार्यशाला का आयोजन नेशनल बुक
आजमगढ़ : पुस्तक मेले के चौथे दिन कहानी से चित्र और चित्र से कहानी लेखन कार्यशाला का आयोजन नेशनल बुक ट्रस्ट मानव संसाधन विकास मंत्रालय की पहल पर आयोजित किया गया। कार्यशाला में चार सौ से अधिक विद्यार्थियों की हिस्सेदारी ने रचनात्मक बेचैनी का प्रमाण दिया है।
कार्यशाला में प्रख्यात कथाकार व स्तंभकार क्षमा शर्मा ने कहा कि घर के रहन-सहन की संस्कृति को अपनी रचना का आधार बनाया जा सकता है। संपादक द्विजेन्द्र कुमार ने कहा कि विद्यार्थियों से आपबीती यात्रा वृतांत लिखने को कहा गया। राष्ट्रीय बाल साहित्य केंद्र के आमिर ने पुस्तकालय के रख-रखाव उसके संचालन व महत्व पर प्रकाश डाला। काशी विद्यापीठ के ललित कला विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. मंजुला चतुर्वेदी ने कहा कि चित्रकला मनुष्य की प्राचीनतम अभिव्यक्ति का स्वरूप और माध्यम है। शिब्ली एकेडमी के सीनियर फेलो मौलना उमेर सिद्धीकी नदवी ने कहा कि हम बचपन में बाल साहित्य पढ़कर साहित्य की राह पर चलें। समन्वयक राजीव रंजन ने कहा कि नेशनल बुक ट्रस्ट की पहल पर विद्वानों का साक्षात्कार साहित्य का आम जन तक पहुंचाने का अभिनव प्रयोग है। इस अवसर पर राजीव पांडेय, लवकुश ¨सह, एजाज, एहसान, परवेज, बनवारी लाल जालान, अबु मोहम्मद, फखरुद्दीन आदि उपस्थित थे।