..और 50 बीघा जमीन नदी में समाई
जीयनपुर (आजमगढ़) : लगभग एक माह से घाघरा नदी की बाढ़ का दंश झेल रहे देवारावासियों की दुश्वारियां ज
जीयनपुर (आजमगढ़) : लगभग एक माह से घाघरा नदी की बाढ़ का दंश झेल रहे देवारावासियों की दुश्वारियां जलस्तर घटने के बाद भी कम नहीं हो रही है। बाढ़ के पानी से घिरे रहे गांवों में कीचड़ और उठ रही दुर्गंध से जीना दुश्वार हो गया है। संक्रामक रोगों की आशंका बढ़ गई है तो स्वास्थ्य महकमा मौन बना है। उधर अभी भी कटान जारी है। सोमवार को भी 50 बीघा खेती की भूमि धारा में समा गई।
जलस्तर घटने के बाद हर-तरफ कीचड़ और गंदगी फैली है। मच्छरों के प्रकोप के कारण संक्रामक रोगों का खतरा काफी बढ़ गया है। क्षेत्र में स्वास्थ्य शिविर लगा हुआ है लेकिन दवाओं का अभाव है। अब तक सैकड़ों बीघा जमीन कट गई तो लगभग 25 हेक्टेयर गन्ना व धान की फसल बर्बाद हो चुकी है। राहत के नाम किसानों को फूटी कौड़ी भी नहीं मिली है। इससे बाढ़ पीड़ितों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। मुराली का पुरवा, बगहवा, महुला देवारा व रामाधार के पुरवा, देवारा अचल नगर, देवारा श्रीनगर व गोपाल दुबे में भिक्षु दास, बलिकरन, फूलबदन, शिवबचन, जिउत, रामशंकर, चंद्रभान, रामाश्रय, फूलबदन, रामाश्रय, रामकेवल, सुरेंद्र सहित कई दर्जन किसानों की लगभग 50 बीघा जमीन नदी की धारा में विलीन हो गई।
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-कुछ इस तरह घट रही घाघरा
जीयनपुर : रविवार की शाम चार बजे जलस्तर डिघिया नाला पर खतरा ¨बदु 70.40 मीटर से नीचे 69.26 मीटर रहा तो वहीं सोमवार की सुबह आठ बजे 69.20 मीटर तो शाम 4 बजे 69.18 मीटर हो गया। मुख्य माप स्थल बदरहुआं नाला पर खतरा ¨बदु 71.68 मीटर के नीचे रविवार की शाम चार बजे 70. 54 मीटर तो सोमवार की सुबह 8 बजे 70.52 मीटर और शाम 4 बजे 70.50 मीटर पर रिकार्ड किया गया।