नवनियुक्त लेखपालों को कराया दायित्वबोध
आजमगढ़ : जनपद में नवनियुक्त लेखपालों को दो माह के प्रशिक्षण के एक दिन पूर्व सोमवार को नेहरू हाल
आजमगढ़ : जनपद में नवनियुक्त लेखपालों को दो माह के प्रशिक्षण के एक दिन पूर्व सोमवार को नेहरू हाल के सभागार में जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने पारदर्शी कार्य के संबंध में उनकी जिम्मेदारियों को बोध कराया। साथ ही नवनियुक्त लेखपालों के बीच जाकर उसे प्रश्न पूछे तो उसका जवाब देकर उन्हें संतुष्ट किया।
जिले में नवनियुक्त कुल 615 लेखपालों के प्रथम बैच के दो माह का प्रशिक्षण 30 अगस्त से आरबीएस इंटर कालेज रानी की सराय में शुरू होगा। पहले बैच के 321 पुरुष व महिला लेखपालों को जिलाधिकारी ने बताया कि उनकी नियुक्ति से राजस्व में वृद्धि होगी। बताया कि जनता की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर ईमानदारी पूर्वक निस्तारण करने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। भूमि संबंधी विवाद के निस्तारण के सवाल पर बताया कि इसमें राजस्व विभाग व पुलिस की सहभागिता महत्वपूर्ण होती है। ऐसे में किसी भी विवाद से बचने के लिए और उसका सही निस्तारण हो इसके लिए दोनों विभाग की बराबर की जिम्मेदारी बनती है। यह भी टिप्स दिए कि प्रदेश के खासकर पूर्वांचल की विशेषता है कि यहां एक सामान्य परिवार की पूंजी उसकी खेती होती है। यह उसके लिए सब कुछ है। ऐसे में जमीन विवाद पूरी तरह पारदर्शिता बरतनी होगी। यह भी कहा कि यदि निचले स्तर से भूमि या राजस्व संबंधी विवाद का निस्तारण हो जाए तो पीड़ित आखिर तहसील दिवस और जिलाधिकारी कार्यालय फरियाद क्यों लेकर पहुंचे। ऐसे में लेखपाल की रिपोर्ट सही होनी चाहिए अन्यथा उसकी एक गलत रिपोर्ट भी हो तो उसको सुप्रीम कोर्ट मानता है। ऐसे में सही व निष्पक्ष होकर कार्य करें। कहा कि निचले स्तर पर संवेदनशीलता होनी चाहिए। चुनौती के सवाल पर कहा कि आबादी की भूमि का झगड़ा इसलिए होता है कि उसका कोई नक्शा नहीं बना है। ऐसे में वहां अपने सही विवेक का प्रयोग करना होगा। बताया कि जल्द ही आबादी को सर्वे होना है। इससे काफी हद तक समस्या दूर हो जाएगी। गुड गर्वनेंस के सवाल पर बताया कि सरकार की योजनाओं को पात्रों को सही लाभ मिले यही गुड गर्वनेंस है। सरकारी सस्ते गल्ले व आवास के चयन और बेरोजगारों के आय, जाति व निवास पत्र जारी करने में भी पारदर्शित होनी चाहिए। कारण कि यदि गलत रिपोर्ट लग गई तो कोई पात्र योजना का लाभ पाने से वंचित हो जाएगा या किसी अपात्र को लाभ मिलेगा। लेखपालों के सवाल पर अपनी पढ़ाई और संघर्ष से इंजीनियर के बाद आईएएस अधिकारी बनने की बात साझा की। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अधिकारी वीके गुप्ता व प्रशिक्षक थे।