अत्याधुनिक निर्माणाधीन अस्पताल का निरीक्षण
अतरौलिया (आजमगढ़) : जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने मंगलवार को निर्माणाधीन 100 शैया संयुक्त राजकीय चिकित्स
अतरौलिया (आजमगढ़) : जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने मंगलवार को निर्माणाधीन 100 शैया संयुक्त राजकीय चिकित्सालय एवं 100 शैय्या युक्त मैटरनिटी ¨वग (एनआरएचएम) अतरौलिया का निरीक्षण किया। ओपीडी, ओटीएस, आई रूम, पेडियाट्रिक फीमेल, वर्न यूनिट, इमरजेंसी वार्ड, प्राइवेट वार्ड, रसोईघर, वाथरूम, पैथोलाजी, रेडियोलाजी, सीएमएस पुरुष व महिला के कमरों में देखा। कार्यदायी संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर एमआर गुप्ता को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि चार करोड़ रुपये से अस्पताल के प्रयोग हेतु जो सामान खरीदा गया है। इस पर डीएम ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि सामान की गुणवत्ता के लिए टीम का गठन कर जांच कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने रैंप ठीक न बना होने पर उसे तोड़ कर ठीक करने का निर्देश दिया। इसके बाद एनआरएचएम के अंतर्गत 100 शैया युक्त मैटर्निटी ¨वग के निर्माण कार्य को देखा। राजकीय निर्माण इकाई कारागार के प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।
मजदूरों की संख्या और बढ़ाकर इसे अक्टूबर 2016 तक पूरी तरीके से पूर्ण करके हैंडओवर कर दिया जाएगा। प्रोजेक्ट मैनजर पीएन ¨सह ने बताया कि भूतल के फाउंडेशन व आरसीसी छत का कार्य पूरा हो चुका है जबकि प्लास्टर व फ्लो¨रग आदि का कार्य प्रगति पर चल रहा है।
इस मौके पर सीडीओ महेंद्र वर्मा, सीएमओ डा एके ¨सह, डिप्टी सीएमओ डा. एके दुबे सहित पीडब्ल्यूडी के अधिकारी थे।
डीएम पूछे, कौन विभाग है 'गयाना'
अतरौलिया : अस्पताल के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी सभी कमरों के ऊपर लगे नेम प्लेट को देख रहे थे। इसी दौरान उनकी नजर गायनी के कमरे के ऊपर लगे नेम प्लेट पर पड़ी जिस पर गायनी की जगह गयाना लिखा था। कमरे के ऊपर अंग्रेजी में गयाना लिखा पाए तो उन्होंने प्रोजेक्ट मैनेजर से पूछा कि गयाना कौन सा विभाग है। इसके बाद प्रोजेक्ट मैनेजर मायाराम गुप्ता अगल-बगल झांकते नजर आए।
अस्पताल से खानपुर फतेह
अतरौलिया : जिलाधिकारी ने कुल 43 मिनट तक अस्पताल का निरीक्षण किया। 1.11 बजे पहुंचे और 1.53 बजे तक अस्पताल में रहे। वहां से 1.58 बजे डाक बंगला पहुंचे जहां 20 मिनट तक निरीक्षण किए। वहां से 2.18 बजे निकले कर अतरौलिया के खानपुर फतेह स्थित जलाशय पर 2.20 मिनट पर पहुंचे। वहां उन्होंने चार मिनट तक का जलाशय का निरीक्षण किया और जिला मुख्यालय निकल गए।