भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़क पर उतरे अधिवक्ता
आजमगढ़ : चकबंदी कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ लामबंद हुए अधिवक्ता मंगलवार को सड़क पर उतर क
आजमगढ़ : चकबंदी कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ लामबंद हुए अधिवक्ता मंगलवार को सड़क पर उतर कर कार्रवाई किए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किए। इस दौरान अधिवक्तओं ने चकबंदी कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया।
अधिवक्तओं द्वारा गठित भ्रष्टाचार निवारण संघर्ष समिति के आह्वान पर मंगलवार को दी डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन से जुड़े अधिवक्ता चकबंदी कार्यालय के समक्ष एकत्र हुए। संघर्ष समिति के निर्णयानुसार अधिवक्ताओं ने चकबंदी कार्यालय व राजस्व न्यायालयों का चक्रमण करते हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ नारेबाजी की। तत्पश्चात चकबंदी कार्यालय पर आयोजित धरने में सभी शामिल हुए।
धरने को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने चकबंदी कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे आंदोलन में अपनी सहभागिता देने वाले अधिवक्ताओं के प्रति आभार जताया। साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया कि इस आंदोलन के विषय को संज्ञान में लेते हुए जिला प्रशासन अभी तक सक्रिय नहीं हुआ। जबकि चकबंदी विभाग के अभिलेखागार से मुकदमों से संबंधित आदेश की प्रतिलिपि जारी करने तथा अभिलेखों का परीक्षण कराने के नाम पर विभागीय वसूली आज भी जारी है।
विभाग की इस कार्यशैली से न्याय चला निर्धन से मिलने जैसा नारा आज के समय में गरीब वादकारियों को मुंह चिढ़ाता है। समाज में जागरुक नागरिक की हैसियत रखने वाला अधिवक्ता इन भ्रष्टाचारियों के समक्ष निरीह बनकर रह गया है। धरने को महेंद्र प्रताप ¨सह, राजेश कुमार राय, राजाराम यादव, अजय कुमार अग्रवाल, कृष्णपाल ¨सह, कृष्णदत्त उपाध्याय, जनार्दन विद्यार्थी, प्रेम सागर राय, वीरेंद्र कुमार मिश्र, जियालाल यादव, दिनेश ¨सह, अतुल उपाध्याय, रमायन यादव, विश्वनाथ ¨सह, देवकरन ¨सह, दिग्विजय ¨सह आदि अधिवक्ताओं ने संबोधित किया।