किसान आत्महत्या करने को मजबूर : धर्मपाल
आजमगढ़ : प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों व बढ़ रही आपराधिक घटनाओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने मंग
आजमगढ़ : प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों व बढ़ रही आपराधिक घटनाओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को रिक्शा स्टैंड पर धरना प्रदर्शन किया। धरने के दौरान वक्ताओं ने प्रदेश सरकार की जमकर ¨खचाई कीं।
प्रदेश के भाजपा महामंत्री व बरेली के विधायक धर्मपाल ¨सह ने आरोप लगाया कि सरकार केवल तुष्टीकरण में व्यस्त है। इस सरकार में एक वर्ग के साथ समाजवादी पार्टी की सरकार सौतेला व्यवहार करती है। परन्तु यदि प्रतापगढ़ में सीओ जियाउल हक और दादरी में एखलाक की हत्या होती है तो परिजनों को 50 लाख की मदद व सरकारी नौकरी दी जाती है और कोई दूसरे वर्ग का पुलिसवाला या आम जनता अपनी जान से हाथ धो बैठता है तो सरकार उसके घावों पर मरहम भी नहीं लगाती है। आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी सपा सरकार में कानून व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसान बेहाल है और आत्महत्या के लिए मजबूर है। केंद्र सरकार द्वारा किसानों को मुआवजा हेतु भेजी गई धनराशि को प्रदेश सरकार लूटने में व्यस्त है। प्रदेश में धान का क्रय नहीं हो रहा और किसान खाद्यान्न माफियाओं के हाथों लूटने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि सपा मुखिया के इस संसदीय क्षेत्र को सूखाग्रस्त घोषित नहीं किया गया तो इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया जाएगा। पूर्व मंत्री व प्रदेश उपाध्यक्ष शिवप्रताप शुक्ल ने आरोप लगाया कि सपा सरकार अपराधियों की संरक्षक है। आजमगढ़ के धरने से एक ऐसा ज्वालामुखी फूटेगा जो प्रदेश की भ्रष्ट सरकार को राख कर देगा। उन्होंने कहा कि असहिष्णुता की बात करने वाले कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रयोजित हैं। साप्ताहिक धरने के समापन अवसर पर जिला संयोजक व जिलाध्यक्ष सहजानंद राय ने सभी का आभार व्यक्त किया। धरने को पूर्व सांसद अष्टभुजा शुक्ला, क्षेत्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र शुक्ला, शिवकुमार पाठक, रामाधीन ¨सह, विनोद राय, बस्ती के जिलाध्यक्ष दयाशंकर मिश्र, पूर्व एमएलसी दयाराम चौधरी, पूर्व सांसद दरोगा प्रसाद सरोज, पूर्व नपा अध्यक्ष माला द्विवेदी आदि ने भी संबोधित किया। धरने में श्रीकृष्ण पाल, श्यामनारायण ¨सह, शिवनाथ ¨सह, हरेन्द्र ¨सह, श्रीकृष्ण तिवारी, प्रेमनारायण पांडेय, रमाकांत मिश्रा, विद्याधर श्रीवास्तव, विक्रम ¨सह पटेल, दुर्गविजय यादव, सूरज प्रकाश श्रीवास्तव, प्रेमप्रकाश राय, सीता चौहान, राजेन्द्र सोनकर सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।