ट्रेड यूनियनों की हड़ताल का रहा व्यापक असर
आजमगढ़ : देश के प्रमुख श्रमिक संगठनों (ट्रेड यूनियन) के आह्वान पर पुरानी पेंशन नीति बहाल करने, श्रमि
आजमगढ़ : देश के प्रमुख श्रमिक संगठनों (ट्रेड यूनियन) के आह्वान पर पुरानी पेंशन नीति बहाल करने, श्रमिक विरोधी कानूनों को पारित करने के विरोध में जिले में राष्ट्रव्यापी हड़ताल का व्यापक असर रहा। राज्य कर्मचारी, शिक्षक, परिवहन निगम कर्मी, बीएसएनएल कर्मी, स्टेट बैंक को छोड़ अन्य बैंक कर्मी और जीवन बीमा निगम कर्मी सहित कर्मचारी हड़ताल पर रहे। धरना देकर केंद्र व प्रदेश सरकार के विरोध में धरना दिया, जुलूस और कैंडिल मार्च निकाला और अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। रोडवेज कर्मियों के हड़ताल के चलते बसों के पहिए नहीं हिले जिससे यात्रियों को काफी जलालत झेलनी पड़ी। हड़ताल के चलते आजमगढ़ परिक्षेत्र में परिवहन निगम को लगभग 10 लाख की क्षति हुई। सुबह से गंतव्य को जाने के लिए यात्रियों को भटकते देखा गया। उधर, बैंक कर्मियों की हड़ताल के चलते लगभग 20 करोड़ की क्लिय¨रग और लगभग 50 करोड़ का लेनदेन प्रभावित हुआ। इसी प्रकार जीवन बीमा निगम कर्मियों की हड़ताल से लगभग पांच लाख का कैश कलेक्शन प्रभावित हुआ जबकि लगभग एक हजार पालिसीधारकों को वापस लौटना पड़ा। उधर, शाम को कुछ बसों को संचालन तो शुरू हुआ जो नाकाफी रहा।
मांगों को लेकर आंदोलनरत कर्मचारियों ने पहले तो कार्यालयों में तालाबंदी कराई। इसके बाद कई स्थानों पर धरना दिया और सभा की। कार्यालयों में तालाबंदी के कारण पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा। बैंक, एलआईसी, बीएसएनएल, बिजली विभाग विभाग सहित अन्य आंदोलित विभागों के सामने उपभोक्ताओं को परेशान होते देखा गया। प्रदेशव्यापी हड़ताल में उत्तर प्रदेश कर्मचारी-शिक्षक समन्वय समिति, लोक निर्माण विभाग, उत्तर प्रदेश कर्मचारी महासंघ, उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड मेडिकल और सेल्स रिपरजेंटेटिव एसोसिशन, यूपी बैंक इंप्लाईज यूनियन, उत्तर प्रदेश पेंशन विहीन शिक्षक-कर्मचारी संयुक्त मोर्चा, उत्तर प्रदेश प्रारंभिक शिक्षक समिति, गोरखपुर डिवीजन इंश्योरेंश इंप्लाइज यूनियन, उत्तर प्रदेश माध्यम शिक्षक संघ, विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, बीएसएनएल एसोसिएशन के साथ वामपंथी एवं अन्य मजदूर कर्मचारी संगठन शामिल रहे।