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शिक्षक उदयराज के चयन पर जिला गौरवान्वित

आजमगढ़ : शिक्षक दिवस पर पांच सितंबर को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में उप्र के 27 शिक्षकों को 2014 के र

By Edited By: Published: Tue, 01 Sep 2015 06:29 PM (IST)Updated: Tue, 01 Sep 2015 06:29 PM (IST)
शिक्षक उदयराज के चयन पर जिला गौरवान्वित

आजमगढ़ : शिक्षक दिवस पर पांच सितंबर को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में उप्र के 27 शिक्षकों को 2014 के राष्ट्रीय पुरस्कार सम्मानित होने वाले शिक्षा क्षेत्र महराजगंज के पूर्व माध्यमिक विद्यालय महराजगंज के प्रधानाध्यापक उदयराज यादव का नाम भी शामिल है। अलंकरण समारोह में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के हाथों सम्मानित होने वाले पूर्वाचनके तीन शिक्षकों में उदयराज के राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजे जाने की सूचना पर जनपद के प्रबुद्धजन अपने को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। जनप्रतिनिधियों से लेकर समाज के हर तबके लोग जहां बधाई दे रहे हैं। वहीं उनका अभी से जिले में सम्मान किया जाने लगा है।

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विधानसभा अतरौलिया के विधायक डा. संग्राम यादव ने सोमवार को शहर के परानापुर स्थित अपने आवास पर प्रधानाध्यापक उदयराज यादव का माल्यार्पण कर और मिठाई खिलाकर सम्मानित किया। विधायक ने कहा कि शिक्षा जगत में उत्कृष्ट कार्य करने का यही प्रतिफल है। इससे अन्य शिक्षकों को भी सीख लेनी चाहिए। अपने स्वागत से अभिभूत शिक्षक उदयराज यादव ने कहा कि अच्छा कार्य करने वाले हर व्यक्ति का सम्मान होना चाहिए। यही समाज की स्वस्थ परंपरा है। कहा कि सरकार ने जो सम्मान दिया है उसे एक धरोहर समझ बच्चों को अच्छी तालीम देने का हर संभव प्रयास करूंगा जिससे एक स्वस्थ समाज की परंपरा कायम रहे। इस मौके पर प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष श्रीपति यादव, राकेशमणि त्रिपाठी, ठाकुर प्रसाद यादव, राजेंद्र यादव, मुन्ना यादव, केशव यादव, राजेंद्र यादव आदि थे।

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क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि व अधिकारी

सरकार ने प्रधानाध्यापक उदयराज को नेशनल अवार्ड के लिए चयन कर सही निर्णय लिया है। इससे एक अच्छी और स्वस्थ परंपरा कायम होगी। साथ ही औरों के लिए प्रेरणास्त्रोत।

- बलराम यादव, कारागार मंत्री।

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बच्चों को बेहतर शिक्षा के माध्यम से तराश कर एक मुकाम तक पहुंचाने में एक शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसमें शिक्षक उदयराज पूरी तरह खरा उतरे। राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए उनका चयन होने पर साधुवाद देता हूं।

- सुहास एलवाई, जिलाधिकारी।

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राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए प्रधानाध्यापक उदयराज यादव का चयन होना उचित व्यक्ति के लिए उचित निर्णय किया गया है। मैं इस फैसले का सम्मान करता हूं। इससे अन्य शिक्षकों को भी सीख लेनी चाहिए।

- राकेश कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी।

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औरों ने दी बधाई

आजमगढ़ : उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष लल्लन मिश्र, पूर्व महामंत्री वेदपाल ¨सह, जिलाध्यक्ष श्रीपति यादव के अलावा विकास खंड कोयलसा के ब्लाक प्रमुख महेंद्र यादव, अहरौला के ब्लाक प्रमुख शकील अहमद एवं अतरौलिया के ब्लाक प्रमुख चंद्रशेखर यादव सहित तमाम जनप्रतिनिधि, शुभ¨चतक शामिल हैं।

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मिल चुका है दक्षता पुरस्कार

बूढ़नपुर : शिक्षक उदयराज यादव बूढ़नपुर तहसील के कौड़िया के बगल स्थित गांव जलालपुर जगनंदन गांव के निवासी हैँ। इनकी नौ सितंबर 1983 में प्रथम नियुक्ति प्राथमिक विद्यालय नरियांव शिक्षा क्षेत्र अतरौलिया (वर्तमान में अंबेडकर नगर) में हुई थी। पिछले वर्ष 2014 में प्राथमिक विद्यालय धंधारी के प्रधानाध्यापक के रूप में कार्यरत थे। उसी समय नेशनल पुरस्कार के लिए उनका नाम भेजा गया था। उनको 2005 में तत्कालीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जिला स्तरीय दक्षता पुरस्कार प्रदान किया था।

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स्कूल में झाड़ू लगाने में नहीं गुरेज

बूढ़नपुर: शिक्षक उदयराज यादव अपने विद्यालय के बच्चों के पठन-पाठन में रुचि लेने के साथ उनके सर्वांगीण विकास पर भी ध्यान देते हैं। उनके बच्चों को सामान्य ज्ञान, पीटी आदि में निपुणता हासिल है। परिषदीय विद्यालयों के कतिपय शिक्षक जहां अपने कार्यों के प्रति उदासीन हैं वहीं उदयराज यादव अपने कर्तव्य के प्रति समर्पित रहते हैं। वे प्राथमिक विद्यालय धंधारी में कार्यरत रहते हुए विद्यालय में झाड़ू आदि लगाते कई बार देखा गया है। इन्हें अंतरविश्वविद्यालयीय वाद-विवाद प्रतियोगिता डोभी में प्रथम स्थान मिला था, जो उस समय गोरखपुर विश्वविद्यालय से संबद्ध था।

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उदयराज संयुक्त परिवार की मिसाल

प्रधानाध्यापक उदयराज यादव चार भाइयों में तीसरे स्थान पर हैं। रामपलट यादव, चंद्रभान यादव एवं सबसे छोटे मंगला प्रसाद यादव मेडिकल कालेज कोलकात्ता में कार्यरत हैं। उदयराज यादव की ही देन है कि जहां आज के समाज में संयुक्त परिवार टूटते जा रहे हैं वही उनका परिवार आज भी एक छत के नीचे प्रेम और सौहार्द के साथ रहता है।

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बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि थे उदयराज

कई प्रतियोगिता में मिला प्रथम स्थान

फोटो- 12-सी.

बूढ़नपुर : शिक्षक उदयराज बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के थे। मंगलवार को 'दैनिक जागरण' से अपनी यादों को उन्होंने साझा किया। बताया कि जब वे जूनियर विद्यालय कौड़िया में कक्षा पांच का छात्र था तो उन्हें बालसभा का अध्यक्ष बनाया गया। किसी कार्यक्रम के दौरान 13 शिक्षकों के बगल में उनकी भी कुर्सी लगती थी। बताया कि उस समय जो सम्मान मिला उसे लगा कि मेरे अंदर कोई प्रतिभा है। उद्योग विद्यालय इंटर कालेज में हाईस्कूल की पढ़ाई की समय की बात बताते हुए कहा कि प्राचार्य रमाशंकर ¨सह, हिन्दी के प्रवक्ता जमुना पाठक से अनुशासन व संस्कार की सीख मिली। यहीं से एनसीसी की ए, बी और सी का सर्टिफिकेट हासिल किया। श्री शिवा डिग्री कालेज तेरही कप्तानगंज में स्नातक की शिक्षा के दौरान प्राचार्य कैप्टन नरेंद्र देव पाठक से वाणी की कलात्मकता, सामंजस्य और वाणी की मधुरता की सीख मिली। महसूस हुआ कि यदि व्यक्ति में मेधा है तो एक दिन सफलता उसके पास स्वयं आएगी। यहीं से गणेश राय महाविद्यालय डोभी जौनपुर में 'आज का छात्राक्रोश मूलत: जनविरोधी' और डीसीएसके महाविद्यालय मऊ में 'भारतीय मूल्यों की सुरक्ष में ही राष्ट्र का उत्थान निहित है' विषय में आयोजित वाद-विवाद प्रतियोगिता में (चलबैजंती) प्रथम पुरस्कार मिला।

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बेटी-बेटा भी शिक्षा में आगे

प्रधानाध्यापक उदयराज यादव की ही देन है कि उनकी पुत्री व पुत्र भी शिक्षा में पीछे नहीं हैं। चार पुत्रियों में जिनमें तीन की शादी हो चुकी है वह एमए बीएड , पीएचडी और नेट उत्तीर्ण हैं। सबसे छोटी प्रिया यादव बीएचयू में डेंटल डिप्लोमा कर रही है।

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जहां प्राथमिक शिक्षा वहीं बने अध्यापक

बूढ़नपुर : मुहम्मदाबाद मऊ से बीटीसी करने के बाद नौ दिसंबर 2012 को उदयराज यादव की शिक्षक के रूप में पहली तैनाती प्राथमिक विद्यालय नरियांव (अब अंबेडकर नगर) में हुई। जुलाई 1984 में सहायक अध्यापक पद पर तैनाती की गई जहां उन्होंने प्राथमिक शिक्षा ग्रहण की थी। इस विद्यालय में 23 वर्ष तक सेवा देने वाले उदयराज यादव ने बताया कि विद्यालय में शिक्षक बनने के बाद एक अलग अनुभूति हुई। पठन-पाठन के साथ खेलकूद में बच्चों को स्थानीय स्तर से प्रदेश स्तर तक ले गया।

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पत्नी सुशीला का सफलता में योगदान

आजमगढ़ : शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति के हाथों राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित होने वाले उदयराज अपनी इस सफलता का श्रेय अपनी पत्नी सुशीला यादव को देते हैं। बताया कि हालांकि उनकी पत्नी गृहिणी हैं लेकिन पढ़ाई के दिनों के बातों को सुन और शिक्षण कार्य में मिल रहे सम्मान को सुन हमेशा उत्साहित करती रहीं। हमेशा कहती थीं कि मेहनत करिए एक दिन आप को निश्चित ही बड़ा सम्मान मिलेगा।

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सपत्नी समारोह में जाएंगे दिल्ली

शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति के हाथों नेशनल अवार्ड से सम्मानित होने वाले प्रधानाध्यापक उदयराज ने बताया के वे दो सितंबर को पत्नी सुशीला यादव के कैफियत एक्सप्रेस से दिल्ली जाएंगे। चार सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगे जहां पूरे देश से चयनित 378 शिक्षक होंगे। इसके बाद पांच सितंबर को नई दिल्ली विज्ञान भवन में आयोजित अलंकरण समारोह में शामिल होंगे।


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