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चिकित्सकीय लापरवाही से जच्चा-बच्चा की मौत

आजमगढ़: सपा मुखिया एवं सदर सांसद मुलायम ¨सह यादव के संसदीय क्षेत्र में स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह निष्

By Edited By: Published: Tue, 04 Aug 2015 06:50 PM (IST)Updated: Tue, 04 Aug 2015 06:50 PM (IST)
चिकित्सकीय लापरवाही से जच्चा-बच्चा की मौत

आजमगढ़: सपा मुखिया एवं सदर सांसद मुलायम ¨सह यादव के संसदीय क्षेत्र में स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह निष्क्रिय दिख रहा है। चिकित्सकीय लापरवाही के चलते आयेदिन मरीजों की मौत के मामले सामने आ रहे हैं। सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था तो भगवान भरोसे चल रही है। स्वास्थ्य महकमे को दुरूस्त करने का सरकारी दावा सफेद हाथी साबित हो रहा है। जिला महिला अस्पताल में मंगलवार को चिकित्सकीय लापरवाही के चलते हुई जच्चा-बच्चा की मौत इसका ज्वलंत उदाहरण है।

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अहरौला थाना क्षेत्र के शम्भूपुर ग्राम निवासी दिनेश यादव की पत्नी अखिलेश (24) को प्रथम प्रसव के लिए बीते रविवार को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। मरीज का उपचार अस्पताल में तैनात महिला चिकित्सक द्वारा किया जा रहा था। महिला मरीज अखिलेश के पिता सुबेदार यादव के अनुसार अस्पताल कर्मियों की लापरवाही के चलते उसकी बेटी प्रसव पीड़ा से कराहती रही लेकिन कोई सुनने वाला नहीं था। उन्होंने बताया कि डाक्टर विनय यादव के हस्तक्षेप से मरीज की देखभाल शुरू हुई और मंगलवार की सुबह करीब 8.30 बजे अखिलेश ने सामान्य प्रसव के दौरान नवजात को जन्म दिया। आधे घंटे बाद नवजात ने दम तोड़ दिया और उधर अखिलेश को रक्तस्त्राव होने लगा। अत्यधिक रक्तस्त्राव होते देख महिला चिकित्सक ने भी अपने हाथ खड़े कर दिये। चिकित्सकीय सलाह पर आनन-फानन परिजनों ने रक्त की व्यवस्था की। मरीज को अस्पताल में रक्त चढ़ाया गया लेकिन दोपहर करीब 12.30 बजे महिला ने भी दम तोड़ दिया। इसके बाद अस्पताल प्रशासन मामले को दबाने में जुट गया। बवाल होने की आशंका से अस्पताल परिसर में पुलिस चौकसी बढ़ा दी गयी और आनन-फानन एम्बुलेंस की मदद से जच्चा-बच्चा के शव को उनके घर भेज दिया गया। इस मामले में मृतका के पिता सुबेदार यादव ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि भगवान का दूसरा रूप कहे जाने वाले चिकित्सकों के चलते उसकी इकलौती बेटी के साथ ही उसके कुल का दीपक भी बुझ गया।

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सामान्य प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा की मौत होना दुखद है। महिला की जान अत्यधिक रक्तस्त्राव के चलते हुई है। नवजात की मौत पर भी बहुत कुछ नहीं कहा जा सकता।

-डा. एके गुप्ता, प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक।


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