बैंक का अड़ंगा, किसानों का करोड़ों फंसा
आजमगढ़ : गेहूं की फसल बर्बाद होने के बाद बदहाली का जीवन जी रहे किसानों के समक्ष एक और संकट आ गया
आजमगढ़ : गेहूं की फसल बर्बाद होने के बाद बदहाली का जीवन जी रहे किसानों के समक्ष एक और संकट आ गया है। इनके चेकों का भुगतान बैंक कर ही नहीं रहा है। इसकी वजह से करोड़ों रुपये के चेक को लेकर किसान तहसील व जिला मुख्यालय का चक्कर काट रहा है। इस मामले में जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने कड़ा रुख अपनाते हुए सभी बैंक प्रबंधकों को पत्र लिखकर किसानों के चेकों का भुगतान करने का निर्देश दिया है। इसके बावजूद बैंक कर्मचारी अपने रवैये से बाज नहीं आ रहे हैं।
बता दें कि शासन की तरफ से किसानों का गेहूं फसल नुकसान का राहत चेक वितरित किया जा रहा है। अब तक पूरी तहसील के ओलावृष्टि प्रभावित किसानों में 50 करोड़ रुपये बांटा जा चुका है। शेष और धन की मांग शासन से की गई है। इसमें सदर तहसील में मात्र 7.50 करोड़ का चेक किसानों में वितरित किया जा चुका है। इसी प्रकार जनपद की सातों तहसीलों सगड़ी, बूढ़नपुर, मेंहनगर, निजामाबाद, लालगंज, फूलपुर में भी किसानों को राहत चेक वितरित किया गया है। इसमें ज्यादातर गरीब किसान ही शामिल हैं। ऐसे में ज्यादातर किसानों का खाता ही नहीं है। वह चेक मिलने के बाद जब बैंकों में पहुंचे तो एक बड़ा अड़ंगा उनके सामने खड़ा हो गया। बैंक कर्मियों ने यह कहते हुए उनका चेक लेने से इंकार कर दिया कि जिन किसानों का खाता खुलने से पहले का चेक है, उनका जमा नहीं किया जाएगा। वह फिर से तहसील जाकर चेक की तिथि परिवर्तित करवा कर लाएं। अब किसी किसान को 1500 का चेक तो किसी को 2000 का चेक मिला है। इसमें 500 रुपया खाता खुलवाने में ही लग गया और अब इसके भुगतान के लिए तहसील का चक्कर काट रहा है। यह शिकायत जब जिलाधिकारी के समक्ष पहुंची तो उन्होंने कडा रुख अपनाया और बैंक प्रबंधक को सहयोग के लिए कहा है। सदर तहसीलदार मधुसूदन आर्या ने बताया कि प्रतिदिन चेक लेकर किसान उनके यहां चक्कर काट रहे हैं लेकिन वह जवाब नहीं दे पा रहे हैं। बैंक कर्मियों की उपेक्षा से स्थित दुरुह हो गई है। जवाब देते-देते वह थक जा रहे हैं।
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तहसीलदार के पास पहुंचा किसान
आजमगढ़ : रानी की सराय थाना क्षेत्र के हसनपुर निवासी किसान राजकुमार को प्रशासन की तरफ से 1500 रुपये का चेक दिया गया है। यह चेक 4 जून 2015 का बना है। राजकुमार ने अपना खाता 22 जुलाई को यूबीआई में खुलवाया लेकिन बैंक वाले चेक जमा करने से मना कर रहे हैं। वह सोमवार को तहसीलदार मधुसूदन आर्य के यहां पहुंचा और अपनी शिकायत दर्ज कराई। इस पर तहसीलदार ने उसे आश्वासन दिया कि चेक के लिए बैंक वालों को जमा करने का निर्देश जारी किया गया है।
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तमाम तरह की शिकायत किसानों की तरफ से आ रही है। ऐसे में जनपद के सभी तहसीलों के तहसीलदारों को निर्देश दिया गया है कि बैंक के अधिकारियों से बात कर किसानों की समस्याओं का हर हाल में समाधान कराएं। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही व हीला हवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बृजेश कुमार : एडीएम वित्त एवं राजस्व।