रामकथा सुन भावविभोर हुए श्रोता
आजमगढ़ : शहर के हरबंशपुर स्थित सर्वोदय पब्लिक स्कूल में चल रहे 11 दिवसीय 54वां कुंडीय श्री हरिरात्मक
आजमगढ़ : शहर के हरबंशपुर स्थित सर्वोदय पब्लिक स्कूल में चल रहे 11 दिवसीय 54वां कुंडीय श्री हरिरात्मक महायज्ञ में यज्ञ मंडप की परिक्रमा व दर्शन पूजन के लिए चौथे दिन रविवार को भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही।
तीसरे दिन शनिवार की देर शाम श्रद्धालुओं के बीच प्रवचन करते हुए चित्रकूट से पधारीं नीलम गायत्री ने कहा कि मानव जीवन प्रभु की अहेतु कृपा से प्राप्त होता है। इसका मुख्य लक्ष्य भगवत प्राप्ति है। भगवत प्राप्ति का सजह साधन सत्संग है। उन्होंने कहा कि भगवान कहते हैं कि ज्ञानी मेरी आत्मा है लेकिन भक्त मेरा परमात्मा है। बालव्यास पंडित गो¨वद शास्त्री ने परमात्मा के निर्गुण निराकार और सगुण साकार स्वरूप का बड़ा सुंदर तुलनात्मक विवेचना की।
कहा कि भगवान बिना पैर के चलता है, बिना हाथों के कर्म करता है, बिना आंख के देखता है। ज्ञानी जन भगवान के परमात्मा स्वरूप का ¨चतन करते हैं लेकिन भक्त भगवान के नाम और रूप की समुन्न उपासना करते हैं। दोनों एक ही तत्व हैं। दोनों का लक्ष्य जीव को परमात्मा से मिलाना है। इस दौरान यज्ञाचार्य रामकृष्ण दास महराज मंचासीन रहे।
मंच का उद्घाटन राजेश कुमार यादव बाल कृष्ण पब्लिक विद्यालय सेचुई के प्रबंधक द्वारा हुआ। राजेंद्र प्रसाद यादव, अवधराज यादव व रामराज यादव ने माल्यार्पण किया।