पराशर का महत्वपूर्ण योगदान
आजमगढ़ : ब्राह्मण समाज कल्याण परिषद के तत्वावधान में रविवार को संरक्षक अमरनाथ तिवारी के राहुल नगर मड़
आजमगढ़ : ब्राह्मण समाज कल्याण परिषद के तत्वावधान में रविवार को संरक्षक अमरनाथ तिवारी के राहुल नगर मड़या स्थित आवास पर महर्षि पराशर की जयंती व प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के तात्या टोपे का शहादत दिवस श्रद्धा पूर्वक मनाया गया।
सर्वप्रथम ऋषि पराशर व स्वतंत्रता संग्राम के महान सैनिक तात्या टोपे के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। इस अवसर पर परिषद के संरक्षक अमरनाथ तिवारी ने महर्षि पराशर के ज्योतिष शास्त्र, धर्मशास्त्र, गृह्यसूत्र, गोत्र विधान और स्मृति के क्षेत्र में योगदान की चर्चा की। कहा कि ऋग्वेद में शत्यातु तथा वशिष्ट के साथ पराशर का भी उल्लेख किया गया है। महामंत्री ब्रजेशनंदन पांडेय ने कहा कि वराहमिहिर के पूर्व पराशर एक प्रसिद्ध ज्योतिर्विद हो चुके थे। यह एक प्राचीन वेदांताचार्य भी थे। विष्णुदेव उपाध्याय, निशीथ रंजन तिवारी और प्रभात रंजन तिवारी, शिशिर तिवारी ने भी विचार प्रकट किए। अध्यक्षता तारकेश्वर मिश्र एडवोकेट ने की। स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास प्रसिद्ध सेनानायक तात्या टोपे की शहादत का उल्लेख करते हुए कहा कि इनका वास्तविक नाम रामचंद्र पांडुरंग राव था। जिनका जन्म नासिक के एक कुलीन ब्राह्मण परिवार में हुआ था। इनके पिता पेशवा बाजीराव द्वितीय के यहां कार्यरत थे। इनके सैनिक नेतृत्व में उत्तर और मध्य भारत में अंग्रेजों के विरुद्ध भयंकर युद्ध हुए थे। अंत में अपने एक मित्र मान¨सह की दगाबाजी के फलस्वरूप अंग्रेजों द्वारा पकड़े गए और 18 अप्रैल 1859 में मध्य प्रदेश के शिवपुरी नामक स्थान पर इन्हें फांसी दी गई। 19 अप्रैल का इनका शव बरामद हुआ था। ब्राह्मण समाज कल्याण परिषद की तरफ से इनके ऐतिहासिक बलिदान को श्रद्धापूर्वक स्मरण किया गया।