कापी मूल्यांकन का बहिष्कार करेंगे शिक्षक
आजमगढ़ : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ की बैठक रविवार को संगठन के कार्यालय मुकेरीगंज पर आयोजित की
आजमगढ़ : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ की बैठक रविवार को संगठन के कार्यालय मुकेरीगंज पर आयोजित की गई। बैठक में 30 मार्च से परिषदीय परीक्षा के मूल्यांकन बहिष्कार पर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रामजन्म ¨सह ने विस्तृत रूप से विचार व्यक्त किया।
श्री ¨सह ने कहा कि वित्तविहीन विद्यालयों में कार्यरत अध्यापक आज बंधुआ मजदूर से भी बदतर ¨जदगी व्यतीत कर रहे हैं। सपा सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया था कि यदि हमारी सरकार बनेगी तो हम वित्तविहीन शिक्षकों को उचित मानदेय देंगे लेकिन आज वह अपने वादे से मुकर रही है। संगठन की मांग है कि अद्यतन कार्यरत अध्यापकों का विनियमितीकरण किया जाए।
जिलामंत्री पंकज कुमार ¨सह ने कहा कि सरकार के पास विधायकों का वेतन भत्ता बढ़ाने के लिए पर्याप्त धन है लेकिन अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त शिक्षकों-कर्मचारियों को पुरानी पेंशन देने के लिए से नहीं हैं। अब शिक्षक व कर्मचारी पुरानी पेंशन लेने के लिए आर-पार की लड़ाई शुरू कर चुका है। इसकी शुरुआत 30 मार्च से मूल्यांकन बहिष्कार के रूप में शुरू करने जा रहे हैं।
जिलाध्यक्ष इरफान अहमद ने कहा कि सरकार ने वार्ता में सीटी से एलटी में संविलयित विसंगति को समाप्त करने का वादा कर चुकी है। अभी तक शासनादेश निर्गत न करने के कारण शिक्षकों में आक्रोश है। जिला कोषाध्यक्ष शेर बहादुर ¨सह यादव ने कहा कि 30 मार्च से मूल्यांकन बहिष्कार ऐतिहासिक होगा। बैठक में मूल्यांकन बहिष्कार को सफल बनाने के लिए चारों मूल्यांकन केंद्रों पर टीम का गठन किया गया।
इसकी जिम्मेदारी अबरार अहमद, वीरेंद्र ¨सह, पंकज कुमार ¨सह, शेर बहादुर ¨सह यादव, इरफान अहमद, दिनेश प्रताप ¨सह, अतुल ¨सह, श्रवण यादव आदि शामिल थे।