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नहीं मिला दूसरी किश्त, इंदिरा आवास अधूरा

फूलपुर (आजमगढ़) : विकास खंड पवई के बहाउद्दीनपुर गांव में ग्रामीणों को इंदिरा आवास की दूसरी किश्त साल

By Edited By: Published: Tue, 25 Nov 2014 01:01 AM (IST)Updated: Tue, 25 Nov 2014 01:01 AM (IST)
नहीं मिला दूसरी किश्त, इंदिरा आवास अधूरा

फूलपुर (आजमगढ़) : विकास खंड पवई के बहाउद्दीनपुर गांव में ग्रामीणों को इंदिरा आवास की दूसरी किश्त साल भर बाद भी नहीं मिल सकी है। इससे आवास अधूरे पड़े हैं। विभागीय उदासीनता को लेकर ग्रामीणों में रोष है।

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बहाउददीनपुर गाव निवासी आशा देवी पत्‍‌नी मंताप्रसाद को विभाग द्वारा इंदिरा आवास आवंटित किया गया है। लगभग एक साल पहले 24 अक्टूबर 2013 को उसके खाते में आवास की पहली किश्त भेजी गई। इस बीच आवास का निर्माण कार्य भी शुरू हो गया लेकिन विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते उसे दूसरी किश्त एक साल बाद भी नहीं मिल सकी है। इसके चलते साल भर से आवास अधूरा पड़ा है। पहली किश्त के आधार पर दीवार तो बन गई लेकिन छत कब नसीब होगी इसका कुछ अता-पता नही है। इसी तरह राजकुमार एवं बसंत को भी एक साल से अपने आवास की दूसरी किश्त का इंतजार है। इंतजार कितना लंबा चलेगा, यह तो विभाग के अधिकारी- कर्मचारी ही जानें।

अपात्रों में बांटा गया आवास

ठेकमा : सरकार की अति महत्वपूर्ण इंदिरा आवास योजना आज भी पात्रों से काफी दूर है। कारण कि आवास उन्हीं लोगों को उपलब्ध कराया जा रहा है जिनका नाम बीपीएल सूची में है। वर्ष 2002 की बनी बीपीएल सूची में भी नाम उन्हीं लोगों का पड़ा है जो प्रभाव वाले रहे हैं। इतना ही नहीं हद तो तब हो गई है कि धन का आवंटन किसी गांव में हुआ है। उस धन का उपयोग आवास के रूप में किसी और गांव में आवास का धन लगा दिया गया है। एक ही परिवार में माता, पिता, पुत्र को भी आवास दिया जा रहा है। इस संबंध में पूछे जाने पर ग्राम पंचायत अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि ऐसा निर्देश है। खंड विकास अधिकारी ठेकमा ज्ञानप्रकाश व सहायक विकास अधिकारी पंचायत मिथलेश राय जब बात की गई तो धन का आवंटन आवास हेतु गांव में है। उसका उपयोग अन्य गांव में है। उनका कहना था कि अगर ऐसा हुआ है तो जांचोपरांत दोषी नहीं बख्शे जाएंगे।


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