नदी-सरोवरों में डूबने से गई तीन लोगों की जान
आजमगढ़/रानी की सराय : जिले के दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में तीन परिवारों पर छठ पूजा के दिन वज्रपात ह
आजमगढ़/रानी की सराय : जिले के दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में तीन परिवारों पर छठ पूजा के दिन वज्रपात हो गया। तीन लोगों की नदी-सरोवरों में डूबने से मौत के बाद घरों में कोहराम मच गया।
शहर के हरबंशपुर स्थित तमसा नदी के किनारे अर्घ्य अर्पण करने गए अंतिम (20) पुत्र राजेन्द्र की मौत हो गई। दिन निकलने से पहले वह अन्य युवकों के साथ नाव से घूम रहा था कि नाव पलट गई। अन्य युवक को तैरकर बाहर आ गए लेकिन वह गहरे पानी में समा गया। जानकारी के बाद आसपास के लोगों ने उसकी तलाश शुरू की लेकिन पता नहीं चला। स्थानीय गोताखोरों की मदद से उसका शव दोपहर बाद नदी से बरामद हुआ। उधर नागरिकों ने पुलिस पर सुस्ती का आरोप लगाते हुए पहलवान तिराहे पर दोपहर बारह से साढ़े बारह बजे तक रास्ता जाम कर दिया। वरिष्ठ अधिकारियों के समझाने पर जाम समाप्त हो गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
रानी की सराय दो गावों में गुरुवार को डाला छठ पर स्नान के दौरान पोखरे में डूबने से दो युवकों की मौत हो गई। गोताखोरों की मदद से शव को पोखरे से बाहर निकाला जा सका।
ऊंचागाव गांव निवासी प्रीतम (17) पुत्र सुरेश राजभर अपनी चाची सुशीला के साथ गाव के बाहर बिट्ठलपुर स्थित पोखरे पर में अर्घ्य देने गया था। गांव के अन्य युवकों के साथ प्रीतम भी स्नान करने लगा और बीच में शैवाल होने के कारण पैर फंस गया। जब तक लोग बचाव के लिए पहुंचते तब तक उसने दम तोड़ दिया।
वहतीन भाइयों में सबसे बड़ा था। मृतक की तीन बहनें हैं। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। दूसरी घटना लछिरामपुर गाव में हुई। गाव निवासी करमवीर राजभर (22) पुत्र हरिश्चंद मुंबई रहता था। छठ पूजन पर हाल ही में घर पर आया था। गुरुवार को अर्घ्य देने गांव के पोखरे पर गया था। गाव के अन्य युवकों को पोखरे में नहाता देख वह भी कूद पड़ा। काफी भीड़ होने के नाते लोग जान नहीं सके जब भीड़ छटने लगी तो खोजना शुरू किया तो करमवीर नहीं मिला। साथ के युवकों ने बताया कि नहा रहा था तो पोखरे में खोजना शुरू किया लेकिन पता नहीं चल सका। ग्रामीणों के साथ ही गोताखोरों ने भी खोजा। दोपहर बाद लगभग ढाई बजे उसका शव पोखरे के बीच से बरामद हो गया।