भोजन के बाद बीमार हुए हास्टल के कई छात्र
आजमगढ़ : नगर के एलवल मोहल्ला स्थित एक निजी विद्यालय के हास्टल में रहने वाले दर्जनों बच्चे मंगलवार की देर रात भोजन के बाद अचानक बीमार हो गए। आधी रात के बाद सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस दौरान खास बात यह रही कि स्कूल प्रबंधन द्वारा बच्चों का पता अस्पताल में भर्ती किए जाने के दौरान छिपाया गया। सभी का पता शहर कोतवाली के एलवल मोहल्ला लिखवाया गया।
फिलहाल भोर में ही बच्चों को अस्पताल से डिस्चार्ज करा दिया गया। अस्पताल प्रशासन द्वारा बच्चों के नाम व स्कूल की जानकारी मीडिया को उपलब्ध कराई गई।
जानकारी के अनुसार मंगलवार की रात करीब दो बजे विद्यालय के हास्टल में रहने वाले बच्चों को उल्टी व दस्त की शिकायत शुरू हुई। पहले तो स्कूल प्रबंधन द्वारा बीमार बच्चों को निजी चिकित्सक के माध्यम से उपचार शुरू कराया गया लेकिन हालत में सुधार न होने पर उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। रात करीब ढाई बजे से तीन बजे तक लगभग दर्जन भर बच्चे अस्पताल में दाखिल कराए गए। दस बच्चों की हालत गंभीर देख उन्हें भर्ती कर लिया गया जबकि अन्य बच्चों को प्राथमिक उपचार के दौरान स्वास्थ्य लाभ होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। अस्पताल में भर्ती बच्चों को स्कूल प्रबंधन द्वारा तड़के अस्पताल से निकाल कर उनके घर भेज दिया गया। उपचाराधीन बच्चों में विवेक यादव (15) पुत्र रामसूरत, अजय (7) पुत्र राजेश, इंद्रेश (10) पुत्र लालजी यादव, विवेक (10) पुत्र विनोद, विकास (16) पुत्र रामभुआल, महेश (15) पुत्र संजय राजभर, हिमाशु (14) पुत्र अज्ञात, रामपलट पुत्र रामअवध, अखंड प्रताप सिंह (10) पुत्र केजी सिंह, सूर्याश यादव (10) पुत्र भगवती बताए गए हैं। अस्पताल के रजिस्टर में सभी बच्चों का पता एलवल दर्ज कराया गया है।
घटना से करते रहे इंकार
इस मामले में स्कूल प्रबंधन से पूछताछ करने पर वह घटना से इंकार करता रहा लेकिन घटना चर्चा में आ जाने के कारण उन्होंने बच्चों की तबीयत खराब होने की बात दबी जुबान से स्वीकार किया। वहीं अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. आरएन पासवान ने बताया कि बीमार बच्चे शहर के एलवल स्थित सेंट जेवियर्स विद्यालय में पढ़ते हैं।
सभी बच्चे स्वस्थ
' विद्यालय के प्रबंधक प्रशांत चंद्रा ने कहा कि वर्तमान मौसम में बीमारी आम बात है। पहले भी कई बच्चे वायरल बुखार से पीड़ित थे। उनका इलाज स्कूल के डाक्टर ने किया। तबीयत ज्यादा खराब होने पर बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराना हमारी जिम्मेदारी थी सो हमने किया। सभी बच्चे स्वस्थ हैं और उन्हें उनके अभिभावकों को बुलाकर हैंड ओवर कर दिया गया है ताकि उन्हें कोई शिकायत का मौका न मिले'
-प्रशांत चंद्रा, प्रबंधक सेंट जेवियर्स हाईस्कूल।