30 फीसद यात्रियों के उड़ान निर्धारित नहीं, उहापोह
आजमगढ़ : पूर्वाचल के हज यात्रियों के उड़ान एक सितंबर से शुरू होने जा रही है, लेकिन अब तक लगभग 30 फीसद यात्रियों को अपनी उड़ान कि तारीख नहीं मालूम हो पाई है। हज यात्री अपने मोबाइल मैसेज का इंतजार कर रहे हैं और साइबर कैफे का चक्कर काट रहे हैं। इंटरनेट भी इस संबंध में खामोश है।
जिला हज ट्रेनर सलीम अहमद ने बताया कि वो लगातार हज कमेटी आफ इंडिया मुंबई से संपर्क बनाए हुए हैं। वहां से सिर्फ आजकल का आश्वासन ही मिल रहा है। उन्होंने बताया कि अभी तक जनपद के हज यात्रियों की उड़ान 1, 3, 4, 7, 8 व 11 सितंबर की तारीखें आई हैं। बाकी जिन हज यात्रियों को अपनी उड़ान कि तारीख नहीं मालूम हो पा रही है वो काफी परेशान हैं। उन्होंने बताया कि हज यात्रियों को उड़ान की तारीख से दो दिन पूर्व स्वयं या घर के किसी व्यक्ति को अपनी बैंक स्लिप तथा टीका कार्ड लेकर चौका घाट मकबूल आलम रोड पर बने हज हाउस में सुबह दस बजे पहुंचकर रिपोर्ट करनी है। हज हाउस में एक कवर गु्रप के साथ केवल एक ही आदमी (खादिम) को हज हाउस के अंदर जाने की इजाजत होगी। रिपोर्टिग के समय खादिम का गेट पास बनवा लें। उसके लिए एक फोटो तथा किसी भी पहचान पत्र की फोटो कापी लेकर बनारस हज हाउस लेकर जाएं और उड़ान वाले दिन हज हाउस में पहुंचने का समय जरूर मालूम कर लें और इसका पालन करें। सलीम अहमद ने अपील की है कि हज यात्री अपने साथ भीड़ लेकर न जाएं। हज यात्री अपने हैंड कैरेज (हाथ के बैग तथा 10 किलो वाले बैग) में किसी प्रकार के लोहे के समान चाकू, चम्मच, कैंची, नेल कटर, लाइटर, रस्सी तथा खाने-पीने का कोई समान न रखें। वरना एयरपोर्ट पर निकाल कर जब्त कर लिया जाएगा। हज यात्री अपने साथ दवाएं और उसका पर्चा जरूर ले जाएं। इस वर्ष जिले के 600 हज यात्री काशी से काबा की उड़ान भरेंगे।