मानदेय भुगतान को संविदाकर्मी हुए लामबंद
चक्रपानपुर (आजमगढ़) : स्थानीय राजकीय मेडिकल कालेज और सुपर फैसिलिटी हास्पिटल के सौ से अधिक संविदा कर्मी गुरुवार को कार्य बहिष्कार पर चले गए। इसके साथ ही बकाया मानदेय भुगतान सहित विभिन्न मांगों से संबंधी ज्ञापन देने के बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी।
आउट सोर्सिग के तहत कार्यरत सुबह आठ बजे हास्पिटल की ओपीडी के बाहर संविदा कर्मी एकत्र हो गए। उनका कहना था कि पांच महीने से मानदेय नहीं दिया गया। ऐसी स्थिति में उन्हें जीवन-यापन करने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। संविदा कर्मियों ने अपने स्थायीकरण, वेतन वृद्धि और बैंक पेमेंट की भी मांग की। चेतावनी दी कि जब तक उनके पांच माह के बकाया मानदेय का भुगतान नहीं हो जाता हड़ताल जारी रहेगी। कार्य बहिष्कार और विरोध प्रदर्शन करने वालों में संदीप कुमार सिंह, बृजेश यादव, विरेंद्र यादव, अजय यादव, राजू यादव, सोना देवी, मीरजहां, जयप्रकाश पांडेय, आनंद मिश्रा आदि मौजूद थे।
हड़ताल से ओपीडी पर असर
संविदा कर्मियों के हड़ताल का असर ओपीडी और मरीजों के इलाज पर नहीं पड़ा। ओपीडी के सभी काउंटर पर जहां हास्पिटल के स्थाई कर्मचारी ड्यूटी दे रहे थे वहीं हर काउंटर पर दर्जनों मरीज लाइन में खड़े होकर पर्ची ले रहे थे। संबंधित डाक्टर अपने-अपने कक्ष में मरीजों का क्रमवार परीक्षण और इलाज कर रहे थे। उधर मरीजों का कहना था कि हमें इस हड़ताल से क्या लेना-देना। हम अपनी पर्ची ले रहे हैं और इसके बाद डाक्टर को दिखाएंगे।
हड़ताल अवैध
संविदा कर्मियों की हड़ताल पूरी तरह अवैध है। इनकी नियुक्ति आउटसोर्सिग के अंतर्गत ठेकेदार के अधीन की गई है। इनकी नियुक्ति सफाई, सुरक्षा और बिजली के फुटकर कार्यो के लिए की गई है। ये हास्पिटल प्रशासन से सीधे कोई बात करने का अधिकार नहीं रखते। करीब चार दिन पहले बजट मिला है। जिसे एक-दो दिन में ठेकेदार के खाते में जमा कर दिया जाएगा।
-डा. गणेश कुमार, प्राचार्य, राजकीय मेडिकल कालेज।