Move to Jagran APP

चक्की गांव में बढ़ा कटान का खतरा

By Edited By: Published: Wed, 30 Jul 2014 10:04 PM (IST)Updated: Wed, 30 Jul 2014 10:04 PM (IST)
चक्की गांव में बढ़ा कटान का खतरा

लाटघाट (आजमगढ़) : सगड़ी तहसील क्षेत्र के देवारांचल में बहने वाली घाघरा नदी का जलस्तर बुधवार को भी घटाव पर रहा। फिर भी एक स्थान पर नदी खतरा निशान से ऊपर बह रही है।

loksabha election banner

बुधवार को मुख्य माप स्थल बदरहुआ के पास खतरा निशान 71.68 मीटर से नीचे 71.63 मीटर तथा डिघिया नाले के पास खतरा निशान 70.40 मीटर से ऊपर 70.67 मीटर जलस्तर रिकार्ड किया गया। इन स्थानों पर मंगलवार को क्रमश: 71.69 मीटर तथा 70.74 मीटर जलस्तर रिकार्ड किया गया था, यानी जलस्तर तेजी से कम हो रहा है लेकिन ग्रामीणों की चिंता इस लिए बनी हुई है कि हर साल नदी के जलस्तर में सितंबर माह तक उतार-चढ़ाव होता रहता है। जलस्तर घटने के साथ खासतौर से चक्की हाजीपुर गांव में कटान शुरू हो जाती है। कटान शुरू भी हो गई है लेकिन उसकी गति अभी काफी मंद है।

बीमारियों का प्रकोप भी शुरू हो गया है। गांवों में लगे हैंडपंप से पीला पानी आने लगा है। किसी गांव में अभी तक क्लोरीन की गोलियों तक का वितरण नहीं कराया गया है। पानी को कई घंटे बर्तन में रखने के बाद लोग पीने के उपयोग में ला रहे हैं। बाढ़ चौकियों पर इलाज की कोई व्यवस्था अभी तक नहीं हो सकी है। रास्ते अभी भी पानी में डूबे हैं लेकिन सरकारी नाव की व्यवस्था नहीं की जा सकी है। मझोली नाव पर 12 की जगह उससे ज्यादा लोग सवार हो जा रहे हैं। सौ गांवों की लगभग एक लाख की आबादी अभी भी बाढ़ से प्रभावित है। जलस्तर कम होने के साथ कुछ रास्तों से पानी तो हट गया है लेकिन अभी भी आवागमन बाधित है। पशुओं के सामने हरा चारा का संकट उत्पन्न हो गया है तो दूसरी ओर धान की फसल की बर्बादी भी तय हो गई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.