पत्नी के प्रेमियों ने किया था हमला
आजमगढ़ : सिधारी थाने की पुलिस ने बीते 15 जुलाई को क्षेत्र के चकगोरया गांव के पास बदमाशों द्वारा भतीजे के साथ बाइक से अपने कार्य स्थल पर जा रहे जिला परिषद के कर्मचारी पर किए गए प्राण घातक हमले का खुलासा करते हुए घायल की पत्नी व उसके प्रेमी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। घटना की साजिश अवैध संबंधों में बाधक बने कर्मचारी को ठिकाने लगाने के लिए रची गई थी।
सिधारी थाने में मंगलवार को प्रेसवार्ता में पुलिस अधीक्षक दिनेशचंद्र दुबे ने बताया कि बीते 15 जुलाई को सिधारी क्षेत्र के एकरामपुर ग्राम निवासी व जिला परिषद में चतुर्थ श्रेणी पद पर कार्यरत लालजीत यादव पुत्र कल्पू को बाइक सवार तीन बदमाशों ने उस समय गोली मार दी जब वह भतीजे जितेंद्र के साथ अपने कार्यालय जा रहा था। इस मामले में पुलिस द्वारा की गई विवेचना में घायल की पत्नी इसरौता देवी पर पुलिस की निगाह गड़ी तो जानकारी मिली की महिला का गांव के ही विजय प्रताप व विजयी यादव के साथ नाजायज रिश्ते हैं। उनके संबंधों में बाधक बने लालजीत यादव को ठिकाने लगाने की योजना बनी और पत्नी व प्रेमी ने इसके लिए बदमाशों से एक लाख 35 हजार रुपये में सौदा तय किया था। बदमाशों को पेशगी के तौर पर 35 हजार रुपये दिए गए। शेष रकम काम हो जाने के बाद दी जानी थी। पुलिस ने सोमवार की शाम घायल लालजीत की पत्नी इसरौता देवी व उसके प्रेमी विजय प्रताप पुत्र रामशब्द यादव के साथ ही घटना को अंजाम देने में शामिल रहे क्षेत्र के मुंडा ग्राम निवासी तूफानी पुत्र हृदयशंकर सोनकर को गिरफ्तार कर लिया। तूफानी से हुई पूछताछ के दौरान जानकारी मिली कि बलिया जनपद के नगरा थानांतर्गत गोठवा ग्राम निवासी देवव्रत उर्फ डीएम एवं खारी ग्राम निवासी सत्येन्द्र उर्फ छट्ठू ने तूफान के साथ घटना को अंजाम दिया था। पुलिस इस मामले में फरार दोनों आरोपियों की तलाश में जुट गई है।