वोटरों को सलाम, जन प्रतिनिधियों से सवाल तो पूछा
माहुल (आजमगढ़) : लोकतंत्र के इस महापर्व में वोटरों के साहस को हम करते हैं सलाम कि कम से कम जनप्रतिनिधियों से सवाल की हिम्मत तो जुटाई। कुछ क्षेत्रों में स्थिति यह हो गई कि कि प्रत्याशी के पास जवाब का अभाव और वह लौट रहे बैरंग।
एक ओर हर कोई अपनी उपस्थिति दर्ज कराने को आतुर दिख रहा है वहीं क्षेत्र की जनता भी इन प्रत्याशियों का हिसाब लेने से नहीं चूक रही है। जनप्रतिनिधि जैसे ही लोगों से अपने पक्ष में मतदान करने की अपील करते हैं वैसे ही जनता उनसे पूछ रही है कि आखिर उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए क्या किया। क्षेत्र की समस्या को संसद में कब उठाया, अगर नहीं तो हम आपको वोट क्यों दें।
पूरामया पांडेय निवासी शशिकांत पांडेय उर्फ लामा का कहना है कि इस विषैले राजनीतिक माहौल में हमें घुटन होती है। जितने भी प्रत्याशी हैं उनमें कोई भी इस योग्य नहीं है कि उसे वोट दिया जाए। हाजीपुर निवासी मुमताज अहमद मंसूरी का कहना है कि जो जनता के दुख दर्द और विकास की कसम खाएगा उसे हम दलगत भावना से ऊपर उठकर मतदान करेंगे। सहवाबाद निवासी प्रेमबहादुर यादव का कहना है कि ऐसे नेता को हम कतई वोट नहीं करेंगे जो जीतने के बाद विकास की बात तो दूर क्षेत्र में चेहरा तक न दिखाए। रसूलपुर के डा. अफजाल अहमद का कहना है कि नेताओं को जातिवाद व क्षेत्रवाद की राजनीति बंद कर देना चाहिए। जनता जागरूक है और हम उसे ही वोट करेंगे जो विकास को गति देगा। वर्तमान में जिम्मेदार जन प्रतिनिधियों ने बहुत अनदेखी की। माहुल निवासी रतन कुमार सोनी का कहना है कि हम उसे ही वोट देंगे जो बिजली पानी और क्षेत्र की खराब सड़कों को बनवाएगा। अंबारी निवासी प्रमोद कुमार यादव का कहना है कि जनता अब जागरूक हो रही है। अभी तो वोट मांगने पर प्रत्याशियों से सवाल कर रही है। आने वाले समय में विकास न करने वाले नेताओं को जनता चट्टी-चौराहों पर रोककर सवाल करेगी। माहुल निवासी जाहिद पठान का कहना है कि क्षेत्र में सड़क, बिजली, पानी आदि की हालत खराब है इस बार हम झूठे वादे पर नहीं बल्कि विकास की गारंटी पर वोट करेंगे। औराडाड़ निवासी संकेत पांडेय का कहना है कि मेरे गांव में बारिश के मौसम में रास्ता बंद हो जाता है। हम उसे वोट देंगे जो सड़कों को दुरुस्त करेगा। संतोष मोदनवाल का कहना है कि माहुल बाजार कस्बे की सड़क से धूल उड़ रही है। हम उसे वोट देंगे जो सड़कों की मरम्मत कराने का कार्य करेगा। माहुल निवासी अयाज अहमद कहते हैं कि हम अपना मत उसे देंगे जो क्षेत्र में स्वास्थ्य शिक्षा और शांति के लिए दलगत व जातिगत भावना से ऊपर उठकर कार्य करेगा।
..और सबके बाद किसी ने पूछ लिया तो कोई सवाल करने को है तैयार। कुछ गांव तो ऐसे भी हैं जहां सवालों का उत्तर नहीं दे सके जन प्रतिनिधि और चल दिए आगे की ओर।