सात प्रकाशकों की पुस्तकें विद्यालयों में ही होंगी मान्य
जागरण संवाददाता, औरैया : माध्यमिक शिक्षा परिषद के छात्रों को पुस्तकें खरीदने के लिए दुकानदारों की
जागरण संवाददाता, औरैया :
माध्यमिक शिक्षा परिषद के छात्रों को पुस्तकें खरीदने के लिए दुकानदारों की मनमर्जी से कीमत नहीं चुकानी पड़ेगी। इसके लिए परिषद की सचिव ने सात प्रकाशकों को प्रदेश भर में पुस्तकें आपूर्ति करने के लिए चुना है साथ ही किस प्रकाशक की पुस्तकें किस जनपद के पाठ्यक्रम में शामिल की गई है इसका विवरण भी प्रदेश के सभी डीआईओएस को भेजा गया है। कक्षावार विभिन्न विषयों की पुस्तकों के पृष्ठ और उसके मूल्य का भी निर्धारण किया गया है।
जुलाई से शिक्षण सत्र शुरू होते ही कई प्रकाशकों की पुस्तकों को मनमाने मूल्य पर दुकानदार बेचते थे। जिन पुस्तकों में अधिक कमीशन मिलता है दुकानदार उन्हीं प्रकाशकों की पुस्तकें ही बिक्री के लिए रखते थे। इसको देखते हुए माध्यमिक शिक्षा परिषद की सचिव ने प्रदेश भर में केवल सात प्रकाशकों की पुस्तकों को ही मान्य किया है। इसमें दो प्रकाशक राजीव प्रकाशन एंड कंपनी इलाहाबाद, रवि आफसेट ¨प्रट एंड पब्लियर्स आगरा प्रदेश के प्रत्येक जिले में पुस्तकों की आपूर्ति कर सकेंगे। इसके अलावा पांच अन्य प्रकाशकों की पुस्तकों की आपूर्ति के लिए जिलेवार निर्धारित किया गया है। इतना ही नहीं प्रत्येक प्रकाशक की विषयवार पुस्तक कितने पृष्ठ की हैं और उसका मूल्य भी निर्धारित किया गया है। इस बाबत सचिव ने प्रदेश भर के डीआईओएस को निर्देश दिये हैं कि यदि प्रकाशक पुस्तकों की आपूर्ति समय से नहीं करते हैं तो इसकी तत्काल सूचना बोर्ड को दी जाए। डीआईओएस चंद्र प्रकाश ¨सह ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव का आदेश मिल गया है। इसमें सात प्रकाशकों की किताबें ही विद्यालयों में चलाने को कहा गया है। इसके लिए सभी प्रधानाचार्यों को निर्देश दे दिए गए हैं।
यह हैं बोर्ड में मान्य प्रकाशक
राजीव प्रकाशन एंड कंपनी इलाहाबाद, रवि आफसेट ¨प्रटर एंड पब्लियर्स आगरा, पुष्पक महल ¨प्रटर्स एवं पब्लियर्स आगरा, कैला देवी पब्लिकेशन शिकोहाबाद, नवीन प्रकाशन प्राइवेट लिमिटेड मेरठ, राज लक्ष्मी पब्लिकेशन मेरठ, बेनिसन पब्लिकेशन मथुरा।