11 करोड़ खर्च, कई सड़के गड्ढायुक्त
जागरण संवाददाता, औरैया : जनपद की सड़कों को गड्ढा मुक्त कराने के लिए शासन से जो बजट मिला वह पर्याप्
जागरण संवाददाता, औरैया :
जनपद की सड़कों को गड्ढा मुक्त कराने के लिए शासन से जो बजट मिला वह पर्याप्त नहीं था। करीब 1106 किमी सड़कों के गड्ढे भरने के लिए 11.34 करोड़ रुपये बजट उपलब्ध कराया गया था। इसमें कई ऐसी सड़कें शामिल थीं। जिनकी हालत बेहद खराब है। उन पर गड्ढे भरने से काम नहीं चल सकता है। इसके बाद उन्हें गड्ढे भरने में शामिल कर दिया गया। जबकि उन सड़कों को नए सिरे से बनाने की जरूरत है।
लोक निर्माण विभाग के दोनों खंडों ने जनपद की 298 सड़कों को दुरुस्त करने के लिए शासन से बजट मांगा था। इन सड़कों की लंबाई 1128 किलोमीटर थी। शासन ने 1106 किलोमीटर काम करने की मंजूरी दी थी। लेकिन इसमें खेल कर दिया गया। गड्ढे भरने में पैच वर्क, नवीनीकरण व स्पेशल वर्क शामिल था। इसमें शासन ने पैच वर्क के प्रस्ताव में ज्यादा छेड़छाड़ नहीं की गई। नवीनीकरण के लिए विभाग ने 42.94 करोड़ रुपये की मांग की थी। लेकिन विभाग को मिला सिर्फ 8.18 करोड़। इससे कई ऐसी सड़कें थीं, जिन्हें नवीनीकरण की जरूरत थी, उन्हें भी पैच वर्क में शामिल कर दिया गया। ऐसा ही हाल स्पेशल वर्क में हुआ। स्थानीय अधिकारियों ने 2.32 करोड़ रुपये की मांग की थी। लेकिन विभाग को शासन से महज 46 लाख रुपये ही स्पेशल वर्क के लिए मिले। इससे स्पेशल वर्क को भी पैच वर्क में डाल दिया गया। ऐसे में कई सड़कें ऐसी थीं, जिनका डामर पूरी तरह उखड़ गया है। गिंट्टी निकल गई है। उन्हें नवीनीकरण जरूरी थी। लेकिन धन के अभाव में उन सड़कों के गड्ढे ही भराए जा सके। यही हालत स्पेशल वर्क की हुई है। इसके चलते सड़कों पर धन खर्च होने के बाद भी उनकी हालत में सुधार नहीं हो सका है। कई ऐसी सड़कें हैं, जिनके बड़े-बड़े गड्ढे भर दिए गए, लेकिन छोटे गड्ढे अभी भी पड़े हैं। इस बात को लोक निर्माण विभाग के अधिकारी भी स्वीकार करते हैं कि कई सड़कों के नवीनीकरण की जरूरत थी। लेकिन धन न मिलने से उनके गड्ढे भर कर ही काम चलाया जा रहा है। इसके चलते ही उन सड़कों की सही से हालत नहीं सुधर पाई है। तभी शिकायतें आ रही हैं।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
गड्ढा भरने के नोडल अधिकारी लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता रामविलास ने बताया कि अधिकांश काम पूरा कर लिया गया है। कुछ काम अभी बाकी है। उसे भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा। इसके लिए लगातार काम कराया जा रहा है। जिन सड़कों को लक्ष्य में शामिल किया गया था। उन्हें सुधार दिया जाएगा। इसके बाद यदि किसी सड़क पर गड्ढे हैं तो उसके लिए बजट आने पर काम कराया जाएगा।